पटना : सिटी कोआर्डिनेशन कमिटी की बैठक का हुआ आयोजन
अंतर्विभागीय सामंजस्य एवं सहयोग से बढ़ेंगी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की सूरत- सिविल सर्जन
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर हुई चर्चा
पटना– शुक्रवार को पटना स्थित एन निजी होटल में शहरी क्षेत्र में संचालित सामुदायिक विकास एवं कल्याण से संबंधित सभी कार्यक्रमों में परिणाम आधारित अंतर्विभागीय समंवय एवं सामंजस्य स्थापित करने के लिए सिटी कोआर्डिनेशन कमिटी की बैठक राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन एवं पी एस आई इंडिया के सहयोग से आयोजित की गयी.
सिविल सर्जन, पटना की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, आरपीएम, जिला स्वास्थ्य समिति के प्रतिनिधि, पटना नगर निगम, आई.सी.डी.एस, सूर्य क्लिनिक के साथ सहयोगी संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
अंतर्विभागीय सामंजस्य एवं सहयोग से बढ़ेंगी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की सूरत : सिविल सर्जन
बैठक की अध्यक्षता करते हुआ सिविल सर्जन डॉ. मिथिलेश्वर कुमार ने कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का कायाकल्प करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्रों के मूलभूत ढांचा की स्थिति में सुधार के लिए कई कदम उठाये जा रहे हैं.
सभी 25 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जन आरोग्य समिति का गठन किया जा चुका है. सिविल सर्जन ने बताया कि जिला की सभी ए.एन.एम की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं.
95 प्रतिशत टीकाकरण सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर : डॉ. एस. पी. विनायक
बैठक को संबोधित करते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस. पी. विनायक ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर 95 % टीकाकरण किया जाता है और निजी स्वास्थ्य संस्थान मात्र 5 प्रतिशत टीकाकरण ही करते हैं. यह जनमानस द्वारा सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर भरोसे का प्रतीक है.
उन्होंने बताया कि 18 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इम्यूनाइजेशन कार्नर संचालित किये जा रहे हैं. जिला में टीकाकरण का कवरेज 92% है जबकि पटना शहरी क्षेत्र में यह 95 प्रतिशत है. डॉ. विनायक ने जीरो डोज इम्प्लीमेंटेशन की चर्चा करते हुए कहा कि पेंटा-1 वैक्सीन से छुटे हुए बच्चों की पहचान एवं उनके टीकाकरण का प्रयास जारी है.
शहरी क्षेत्र में 64 आशा कार्यरत
आरपीएम पियूष रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर करीब 65 प्रकार की जांच करने की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि पटना शहरी क्षेत्र में 64 आशा कार्यरत है और अधिक आशा कार्यकर्ता की बहाली के प्रयास किये जा रहे हैं.
बैठक में पी एस आई इंडिया के मनीष सक्सेना ने बैठक की महत्ता के विषय में बताया और कहा कि आपसी सहयोग से दी जा सेवाओं में और सुधार किया जा सकता है. दानापुर नगर परिषद की अध्यक्षा शिल्पी कुमारी ने भी अपने विचार रखे.
स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की रणनीति पर हुई चर्चा
पी एस आई इंडिया की प्रतिनिधि ज्योति कुमारी द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभिन्न मानकों पर शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर दिखाई गयी और इनके सुदृढ़ीकरण की रणनीति पर चर्चा की गयी. पी एस आई इंडिया के प्रतिनिधि शिशिर ने सब डरमल इम्प्लांट के महत्ता के विषय पर चर्चा की.