मुजफ्फरपुर। गर्मियां आ गई है.. अब आप भी हमारी एक बात मानो। धमकाओ.. चमकी बुखार को। यह उस कार्टून के कुछ वाक्य हैं जो अब ओपीडी के समय में टीवी पर गुंजेगी। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने बताया कि ओपीडी के समय में कार्टून के माध्यम से लोगो के बीच चमकी से बचने के तीन मुख्य बातें लोगों को बताई जाएगी।
एक मिनट का यह कार्टून लगातार चलेगा। कार्टून में चमकी को पहली धमकी रात में बच्चों को खाना खिलाने दूसरी धमकी सुबह खुद जागने पर बच्चों को भी जगाने और तीसरी धमकी मे चमकी या बेहोशी जैसे लक्षण दिखते ही 102 पर कॉल कर एम्बुलेंस बुलाओ या नजदीकी गाड़ी से तुरंत अस्पताल ले जाने की बात बतायी गयी है।
प्राथमिक उपचार के बाद ही करें रेफर
एसकेएमसीएच में प्रशिक्षण के अंतिम दिन गुरुवार को डॉ सतीश कुमार ने प्रशिक्षण ले रहे एमओआईसी को बताया कि वार्डों के अंदर ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल लगाना आवश्यक होगा। जिससे चिकित्सकों को उपचार में आसानी हो। इसके अलावे बिना प्राथमिक उपचार के किसी भी चमकी मरीज को रेफर नहीं किया जाएगा।
फरवरी के अंत तक प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोमीटर के स्ट्रीप पहुंच जाएगी, ताकि प्रारंभिक जांच में कोई दिक्कत न हो। उन्होंने प्रशिक्षण ले रहे एमओआईसी को निदेश किया कि सभी अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत कुपोषित बच्चों की सूची का संधारण कर संभावित मरीजों पर विशेष नजर रखें। प्रशिक्षण के अंतिम दिन कुल 50 चिकित्सकों ने प्रशिक्षण लिया।