बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने संविधान, सामाजिक न्याय और विकास का लिया संकल्प

कहा – पीएम मोदी हैं संविधान के सही रक्षक
बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय : बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर बिहारशरीफ विधान सभा क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह आयोजित किया गया। जिसमें पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. सुनील कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।
समारोह में डॉ. सुनील कुमार ने बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अपने संबोधन में डॉ. सुनील कुमार ने कहा, विपुल प्रतिभा के धनी, भारतीय संविधान के शिल्पकार, सामाजिक न्याय के प्रणेता,
‘भारत रत्न’ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर उनके चरणों में कोटि-कोटि नमन करता हूं।” उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री बाबा साहेब के संविधान के रक्षक हैं, और उनके हाथ में देश का संविधान न सिर्फ सुरक्षित है बल्कि अतिप्रभावी भी है।
उन्होंने कहा, “जब सरकार अपने दायित्वों को निभाने में विफल रहती है, तो ये वही लोग हैं जो जनता के अधिकारों को छींटे-फांकते हैं। जिन लोगों ने कभी बाबा साहेब को सम्मान नहीं दिया, वे आज संविधान का डर दिखाकर भ्रम पैदा कर रहे हैं। ऐसे लोगों की पहचान करना और उनसे सावधान रहना आवश्यक है।”
मंत्री ने बिहार सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने याद दिलाया कि 2005 से पहले का बिहार जो पिछड़ेपन, अपराध और बेकार प्रशासन में डूबा हुआ था, आज उसी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कारण उन्नति की नई राह पर अग्रसर हो चुका है। उन्होंने जोर देकर कहा हमारे प्रदेश का विकासदर आज देश भर में सबसे अधिक है, और हर क्षेत्र में तरक्की की झलक देखने को मिल रही है।
मंत्री ने अपने हर रविवार, इको-फ्रेंडली काम, एक घंटा पर्यावरण के नाम” अभियान के अंतर्गत बिहारशरीफ समेत प्रदेशवासियों से अधिक से अधिक पौधा रोपण की अपील की। यह कहते हुए कि,”पेड़ जीवन हैं, और उनमें हरियाली ही जीवन का आधार है।
इस समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने भी मंत्रियों के संबोधन के प्रति अपनी सहमति और समर्थन व्यक्त किया। डॉ. सुनील कुमार का यह संदेश संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय और विकास के मार्ग पर दृढ़ निश्चय का प्रतीक बनकर आज उपस्थित सभी लोगों के मन में गूंजा।