गोकुल जलाशय के पास जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन, दी गई छात्र/छात्राओं को पक्षियों के बारे में जानकारी
आद्रभूमि सिर्फ पानी का स्रोत नहीं, बल्कि पारिस्थितिकी तंत्र की रीढ़ है।
बक्सर। विश्व आद्रभूमि दिवस के अवसर पर दिनांक 02 फरवरी 2025 को वन क्षेत्र बक्सर एवं जिला गंगा समिति के संयुक्त तत्वाधान में वेटलैंड संरक्षण हेतु चक्की प्रखंड में गोकुल जलाशय के पास जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को चक्की प्रखंड में स्थित गोकुल जलाशय वेटलैंड का भ्रमण करते हुए उन्हें वेटलैंड के बारे में प्रमुख रूप से जानकारी दी गई। जिसमें फाउंडेशन स्कूल बक्सर के छात्र-छात्राओं और सन हरदेव विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
छात्र/छात्राओं ने नदी-झीलों, दलदली क्षेत्रों और जैव विविधता को संरक्षित करने का संकल्प लिया। विश्व आद्रभूमि दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 30.01.2025 को कवलदह पार्क में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में अव्वल स्थान प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया।
जिला परियोजना पदाधिकारी जिला गंगा समिति बक्सर ने बताया कि आर्द्रभूमि पृथ्वी के जलवायु को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आर्द्रभूमि के संरक्षण और पुनर्स्थापन को बढ़ावा देता है, जो जैव विविधता और जलवायु विनियमन के लिए महत्वपूर्ण है।
आर्द्रभूमि विभिन्न प्रकार की प्रजातियों का घर है जो जल शुद्धिकरण और बाढ़ नियंत्रण जैसी परिस्थितियों से निपटने में सहयोगी होता हैं। वेटलैंड दिवस का मुख्य उद्देश्य जैव विविधता के संरक्षण और संवर्धन में जनता को जागरूक करना है।
कार्यक्रम में उपस्थित वन प्रमंडल भोजपुर की ओर से सहायक वन संरक्षक द्वारा छात्र-छात्राओं को जल संरक्षण वृक्षारोपण अभियान में सहभागिता लेकर प्रकृति को सुंदर बनाने हेतु आग्रह किया गया। वनों के क्षेत्र पदाधिकारी बक्सर ने बताया कि प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी हम सब लोगों की है। हम सबको मिलकर के प्रकृति को सुंदर बनाने हेतु निरंतर प्रयास करना चाहिए।
उक्त कार्यक्रम में वनरक्षक नीतीश कुमार, अमिताभ कुमार, महिमा राम कुमार, राजकुमार पासवान्, अभिराम सुन्दर, प्रशांत कुमार पाण्डेय इत्यादि मौजूद थे।