पटना : अपर निदेशक सह फाइलेरिया के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने दवा खाकर एमडीए कार्यक्रम का किया आरंभ
राज्य के 24 जिलों में एमडीए राउंड की हुयी शुरुआत
राष्ट्रीय स्तर पर वर्चुअल रूप से 11 राज्यों में एमडीए कार्यक्रम का हुआ आरम्भ
बिहार सहित देश के 20 राज्यों के 345 जिले फाइलेरिया से प्रभावित
बिहार के 24 जिलों में एवं देशभर में कुल 92 जिलों में चलेगा एमडीए अभियान
पटना. राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की अध्यक्षता में बिहार सहित देश के 11 राज्यों में शनिवार को वर्चुअल सर्वजन दवा सेवन यानी एमडीए राउंड की शुरुआत हुयी. इस दौरान अपर निदेशक सह फाइलेरिया के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने दवा खाकर एमडीए कार्यक्रम की अधिकारिक शुरुआत की.
बिहार के 24 जिलों में 17 दिनों तक एमडीए कार्यक्रम चलाया जाएगा. शुरुआत के तीन दिनों तक बूथ के जरिए एवं शेष 14 दिनों तक घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी. बिहार सहित देश के 11 राज्यों में कुल 92 जिलों में शनिवार यानी 10 फ़रवरी से एमडीए कार्यक्रम की शुरुआत हुयी. बिहार सहित देश के 20 राज्यों के 345 जिले फाइलेरिया से प्रभावित है.
एसपी सिंह बघेल को तैयारी पर कराया अवगत
राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल को जानकारी देते हुए अपर निदेशक सह फाइलेरिया के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि राज्य के 24 जिलों के 335 प्रखंडो में एमडीए अभियान चलाया जाना है.
उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी कई स्तर पर की जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य ने कम्युनिटी रेडियो, आल इंडिया रेडियो का इस्तेमाल कर एमडीए पर सामुदयिक जागरूकता बढ़ाई जा रही है.
सभी के द्वारा दवा सेवन से ही फाइलेरिया उन्मूलन की राह होगी आसान
अपर निदेशक सह फाइलेरिया के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर रोग है. विश्व स्तर पर फाइलेरिया विकलांगता का दूसरा बड़ा कारण है. इस लिहाज से फाइलेरिया का राज्य से उन्मूलन काफ़ी जरुरी है. उन्होंने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए फाइलेरिया का रोकथाम ही एकमात्र साधन है.
इसके लिए ही एमडीए कार्यक्रम चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार पेशेंट सपोर्ट ग्रुप द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है, जो लोगों को दवा खिलाने में सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि दवा खिलाने के लिए सभी संभव प्रयास किए गए हैं और आशा व्यक्त कि इस बार अधिक से अधिक लोग दवा का सेवन कर सकेंगे.
इस दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन स्टेट एनटीडी कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश पाण्डेय, परिवार नियोजन के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. एके शाही, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, क्षेत्रीय कार्यालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय,डॉ. रविशंकर सहित सीफार, पीसीआई एवं पिरामल के अधिकारी भी मौजूद रहे.