पोर्टेबल एक्सरे मशीन से हो रही लोगों के टीबी की जांच, संभावित मरीजों का लिया जा रहा बलगम
उपस्थित लोगों की टीबी के साथ अन्य स्वास्थ्य की हुई जांच, उपलब्ध कराई गई आवश्यक दवाइयां
असहाय लोगो को एंबुलेंस के द्वारा कैंप स्थल पर लाया गया
दरभंगा। टीबी बैक्टीरिया से होने वाला एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जो ग्रसित व्यक्ति के फेफड़ों को मुख्य रूप से प्रभावित करता है। अगर समय पर इसकी पहचान करते हुए आवश्यक इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। इतना ही नहीं, अगर कोई व्यक्ति टीबी बीमारी से ग्रसित हो जाता है तो उसके खांसने और छींकने से उसके शरीर में शामिल बैक्टेरिया आसपास के लोगों को भी टीबी ग्रसित कर सकता है।
समय पर टीबी ग्रसित मरीजों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्ल्ड विजन इंडिया के सहयोग से पंचायत भवन श्रीमापुर, हायाघाट में स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया गया। आयोजित कैम्प द्वारा श्रीरामपुर एवम आसपास के गांवो में आने वाले मरीजों को टीबी स्क्रीनिंग के साथ साथ अन्य स्वास्थ्य जांच की गई। कैंप में 150 से ऊपर लोगो का जांच किया गया
पोर्टेबल एक्सरे मशीन से हो रही लोगों के टीबी की जांच, संभावित मरीजों का लिया जा रहा बलगम
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि टीबी बैक्टेरिया के कारण होने वाला बीमारी है जिसके लक्षण सामान्य तौर पर लोगों को जल्दी दिखाई नहीं देता है। ज्यादा संक्रमित होने पर लगातार खांसी होना, खांसी के साथ मुँह से खून निकलना, बुखार होना, वजन कम होना, रात में पसीना आना आदि टीबी ग्रसित होने के लक्षण हो सकते हैं।
शुरुआत में ही ग्रसित मरीजों के टीबी की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्ल्ड विजन इंडिया के सहयोग से जिले के सभी प्रखंडों के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार स्वास्थ्य कैम्प लगाया जा रहा है। इस दौरान पोर्टेबल एक्स-रे मशीन का उपयोग कर लोगों के फेफड़ों की स्क्रीनिंग की जाती है। इससे संबंधित व्यक्ति के टीबी ग्रसित होने की संभावना होती है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे मरीजों के मुंह का बलगम लेकर जिला टीबी उन्मूलन केंद्र में इसकी जांच की जाती है। टीबी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संबंधित मरीजों को टीबी उन्मूलन केंद्र द्वारा आवश्यक दवाई उपलब्ध कराई जाती है। नियमित आवश्यक दवाई के साथ पर्याप्त पोषण का सेवन कर लोग टीबी से सुरक्षित हो सकते हैं।
उपस्थित लोगों की टीबी के साथ अन्य स्वास्थ्य की हुई जांच
हायाघाट के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि श्रीरामपुर पंचायत भवन में आयोजित स्वास्थ्य कैम्प में उपस्थित लोगों का टीबी जांच करने के साथ साथ अन्य स्वास्थ्य जांच भी किया गया। इस दौरान चिकित्सकों द्वारा उपस्थित लोगों की कद, वजन ब्लड प्रेशर, रेंडम ब्लड शुगर आदि की जांच की गई।
जांच के बाद मरीजों को स्वास्थ्य परिस्थिति के अनुसार आवश्यक दवाई दी गई। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में टीबी ग्रसित मरीजों की समय से पहचान करते हुए उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी समय में और अधिक स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान सामान्य लोगों की स्वास्थ्य जांच करने के साथ साथ टीबी स्क्रीनिंग भी हो सकेगी और संभावित मरीजों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराते हुए टीबी से सुरक्षित किया जाएगा।
वर्ल्ड विजन इंडिया के जिला सुपरवाइजर जीतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया की इससे संबंधित मरीजों को चिकित्सकों से आवश्यक जांच करवाते हुए आवश्यक चिकित्सकीय सहायता लेने की जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक माह में भी जिले के सभी प्रखंडों में कैम्प आयोजित कर उपस्थित लोगों का टीबी स्क्रीनिंग किया जाएगा और संभावित टीबी मरीजों को आवश्यक मेडिकल सहायता प्रदान कर उन्हें टीबी से सुरक्षित किया जाएगा।
कार्यक्रम का सफल संचालन वर्ल्ड विजन इंडिया के प्रवीण कुमार के द्वारा किया गया। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर ललित लाल, प्रखंड स्वास्थय प्रबंधक श्याम नारायण यादव, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक वेद प्रकाश,वर्ल्ड विजन इंडिया के जिला पर्यवेक्षक जीतेंद्र कुमार गुप्ता, एक्सरे ऑपरेटर मोहम्मद हशनैंन , सामुदायिक समन्वयक प्रवीण कुमार, दिलीप कुमार सहनी, हायाघाट की एएनएम ,एसटीएस राजीव कुमार साह, एलटी मनोज कुमार एवं रत्नेश चंद्र वर्मा एवम समस्त आशा कार्यकर्ता मौजूद थे. कार्यक्रम के सहयोग मे गौतम कुमार का सहयोग उत्कृष्ट रहा।