बलिया के जनेश्वर मिश्रा सेतु से सीधे जुड़ेगा डुमरांव, 58 किलोमीटर की दूरी 26 में सिमटेगी
बलिया के साथ छपरा, सिवान और गोपालगंज की यात्रा होगी आसान
डुमरांव. डुमरांव के लोगों का वर्षो का सपना अब साकार होने वाला है. क्योकि डुमरांव से बलिया सीधे संपर्क पथ को मंजूरी मिल चुकी है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा बलिया जनेश्वर मिश्रा सेतु को डुमरांव एनएच 120 से जोड़ने को लेकर कवायद शुरू हो चुकी है. जिससे डुमरांव से बलिया भाया बक्सर के 58 किलोमीटर की यात्रा 26 किलोमीटर में सिमट जाएगी.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रायल द्वारा डीपीआर तैयार करने के लिए निविदा निकाली थी. चयन लगभग दिसंबर माह में होने की उम्मीद है. इसके निर्माण होने से व्यापारिक गतिविधियां मजबूत होने के साथ स्थानीय व्यवसाईयों को एक नया बाजार भी मिलेगा.
डीपीआर तैयार करने वाली चयनित एजेंसी तीन माह के भीतर सड़क निर्माण का भूखंड व सड़क का स्वरूप तैयार कर विभाग को उपलब्ध कराने के बाद विभाग द्वारा जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी.
इसके बाद धरातल पर सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. बलिया से सटे गंगा के शिवरामपुर घाट पर वर्ष 2015 में जनेश्वर मिश्र के नाम से सेतु बनाने का शिलान्यास हुआ. कुल प्राक्कलित राशि 03 अरब 99 करोड़ रुपये कि राशि खर्च कर 2019 में जनेश्वर मिश्रा सेतु का निर्माण किया गया.
पुल निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही इसे डुमरांव के एनएच 120 से जोड़े जाने की मांग जारी थी. इससे दियारांचल के लोगों को सहूलियत होने के साथ बक्सर भरौली गंगा पुल पर वाहनों का दबाव कम होगा.
पुल के इस पार यूपी की सीमा में एप्रोच रोड का पक्कीकरण हो चुका है, जबकि उस पार अप्रोच रोड का निर्माण होना अभी बाकि है. इस परियोजना से एक तरफ दियरांचल में जहां सिर्फ यातयात न सुगम होगा, बल्कि नए रोजगारों के सृजन होंगे.
जानकारी के अनुसार डीपीआर तैयार होने के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लंबित नही हुई तो 2025 के जून माह तक सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा. ऐसे लगभग कार्य शुरू होने में अभी एक से डेढ़ साल तक का वक्त लग सकता है.
इस मांग को लेकर डुमरांव के लोग प्रयासरत थे. इस संबंध में मुख्यमंत्री सहित केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र के माध्यम से वस्तु स्थिति से अवगत कराया था. परियोजना को लेकर एनएच के केंद्रीय टीम के साथ बैठक में एनएच 120 को बलिया के जनेश्वर मिश्रा सेतु तक विस्तार करने का अनुरोध किया था, जिसमें केंद्रीय सचिव द्वारा मंत्रालय स्तर से इस संबंध में उचित फैसला लेने का अनुरोध किया था.
योजना स्वीकृति के साथ ही रोहतास, औरंगाबाद और डुमरांव के लोगों को बलिया के साथ छपरा, गोपालगंज व सिवान की यात्रा काफी आसान हो जाएगी. वहीं बुधवार को चक्की मंें पहुंचे राजद सुप्रीमो लालू यादव ने इस सेतू को लेकर चर्चा की.