वैशाली : 60 बच्चों को मिली अब तक जिंदगी, 10 फिर अहमदाबाद को रवाना
बाल हृदय योजना के तहत होता है निःशुल्क उपचार, अब तक 48 बैच में उपचार को जा चुके हैं बच्चे
वैशाली। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) अंतर्गत मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना राज्य के आर्थिक रूप से गरीब ह्रदय रोग से ग्रसित बच्चों के लिए जीवनदायिनी है। इसके तहत वैशाली जिले के विभिन्न प्रखंड की आरबीएसके टीम द्वारा जीरो से 18 वर्ष के बच्चों का स्वास्थ्य जाँच आंगनवाड़ी केंद्र और सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों मे जाकर किया जाता है।
इसी का परिणाम है कि पूर्ण इलाज और स्वस्थ होने की उम्मीद छोड़ चुके पीड़ित बच्चे पूरी तरह स्वस्थ्य हो रहे है और बच्चों क़ो नया जीवन मिल रहा है। अब तक 60 बच्चों का सफल ऑपरेशन हुआ है और उन्हें जीवनदान मिला है, जिसमे 10 बच्चों का आईजीआईसी पटना, 2 का आईजीआई एम्स, पटना और 48 का श्री सत्य साईं हृदय अस्पताल अहमदाबाद मे ऑपरेशन किया गया है जो कि बिल्कुल निशुल्क हुआ है।
आरबीएसके के जिला समन्वयक डॉ अशोक कुमार और डीइआईसी प्रबंधक-सह-समन्वयक डॉ शाइस्ता इब्राहिम जिलानी ने बताया कि जन्मजात रोगों में हृदय में छेद होना एक गंभीर समस्या है जिसका निदान समय होते नहीं किया गया तो बच्चे कि जान भी जा सकती है। पीड़ित बच्चे का बाल हृदय योजना के तहत निशुल्क इलाज कराया जाता है। बच्चे और अभिभावक के हवाई जहाज से आने- जाने, रहने और खाने-पीने का खर्च सरकार वहन करती है।
वैशाली जिला से नवंबर माह 2023 मे जिला के विभिन्न प्रखंडो से 10 बच्चे (आयुष कुमार -राघोपुर, अक्षय कुमार- हाजीपुर, निशरत खातून – पटेढ़ी बेल्सर, देवराज कुमार – हाजीपुर, आयत परवीन- लालगंज, हिमांशु कुमार – हाजीपुर, रौशनी कुमारी- महुआ, शना परवीन- पातेपुर, मोहम्मद सैफान- चेहराकाला और मोहम्मद शयान अंसारी- महुआ क़ो आरबीएसके चलन्त चिकित्सा दल द्वारा स्क्रीनिंग के उपरांत आईजीआईसी पटना के शिविर में जाँच के दौरान आए चिकित्सकों के टीम द्वारा चिन्हित कर श्री सत्य साईं ह्रदय अस्पताल अहमदाबाद ऑपरेशन के लिए 48 वा बैच में भेजा गया है।
बच्चों को सिविल सर्जन वैशाली डॉ श्यामनंदन प्रसाद और जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज ने हरी झंडी दिखा कर 102 एम्बुलेंस के माध्यम से जिला स्वास्थ्य समिति वैशाली से ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ अहमदाबाद रवाना किया। साथ ही मौक़े पर अस्पताल अधीक्षक डॉ हरी प्रसाद, एसएनसीयू इंचार्ज डॉ अजय लाल, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी रितुराज, डीडीए सूचित कुमार और डीसीएम निभा रानी एवं अन्य कर्मी मौजूद थे।