2025 तक टीबी मुक्त बक्सर बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति पूरी तरह से प्रतिबद्ध

वर्ष 2024 के लिए बक्सर जिले में 4512 टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य निर्धारित
सिविल सर्जन ने सभी प्रखंडों के लिए लक्ष्य का किया निर्धारण, कहा एमओआईसी करेंगे अनुश्रवण
बक्सर, 03 जनवरी | प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिले में टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन और इलाज में तेजी लाई गई है। ताकि, वर्ष 2025 तक बक्सर जिला समेत पूरे बिहार को टीबी से मुक्त किया जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पूरे विश्व में 2030 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन भारत सरकार ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए देश से 2025 तक की समय सीमा तय की है।
जिसे हर हाल में पूरा करने के लिए बक्सर जिला स्वास्थ्य समिति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. शालिग्राम पांडेय ने कहा कि जिन प्रखंडों में लक्ष्य के अनुरूप टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन नहीं किया है, वहां से रिपोर्ट मांगी जाएगी। जिसके आधार पर यह तय किया जाएगा कि किन कारणों और बाधाओं के कारण लक्ष्य की प्राप्ति नहीं की जा सकी। जिसके बाद उक्त चिह्नित कारणों का निष्पादन करते हुए ज्यादा ये ज्यादा लोगों में टीबी की जांच की जाएगी।
आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम का किया जा चुका है क्षमतावर्धन
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. पांडेय ने बताया कि प्रखंडों में पंचायतवार आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम का क्षमतावर्धन किया जा चुका है। जिसमें उन्हें टीबी के लक्षणों की पहचान, जांच व इलाज के साथ निगरानी के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी है। साथ ही, उन्हें मिलने वाली प्रोत्साहन राशि तथा मरीजों को निक्षय पोषण राशि के संबंध में बताया गया है।
उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता टीबी के लक्षणों वाले मरीजों को जांच के लिए पीएचसी रेफर करेंगी। जिसमें रोग की पुष्टि होने पर उन्हें प्रथम सूचक के रूप में 500 रुपये की राशि भुगतान की जाती है। वहीं, निश्चय पोर्टल पर मरीजों का डाटा अपलोड होते ही पूरा इलाज उनके घर पर ही डॉट प्रोवाइडर के माध्यम से निःशुल्क किया जाता है। साथ ही, मरीजों को इलाज अवधि में प्रतिमाह 500 रुपये निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत उनके बैंक खाता में दी जाती है।
2023 में 75 प्रतिशत ही लक्ष्य हुआ हासिल
सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा ने बताया कि वर्ष 2023 के लिए भारत सरकार के द्वारा 4500 टीबी मरीजों के नोटिफिशन करने का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें से 75 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल किया जा सका। सरकारी क्षेत्र की बात करें तो सभी सरकारी संस्थानों को मिलाकर कुल 1849 टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन किया गया।
वहीं, प्राइवेट संस्थानों के माध्यम से 1545 मरीजों का निक्षय पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया। जिसको देखते हुए वर्ष 2024 के लक्ष्य का निर्धारण किया गया है। इस साल सरकारी और प्राइवेट संस्थानों को मिलाकर कुल 4512 टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 2077728 जनसंख्या को आधार मान कर 69254 लोगों में टीबी जांच का लक्ष्य प्रखंडवार बांटा गया है। पूरे जिले में प्रतिमाह 5769 लोगों में टीबी की जांच की जाएगी।