आत्मा बक्सर द्वारा जिला स्तरीय खरीफ महाभियान का शुभारम्भ,29 मई से 08 जून तक जिले के सभी प्रखंडो में आयोजित किया जाएगा प्रखंड स्तरीय खरीफ अभियान कार्यक्रम

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बक्सर : जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल के द्वारा नगर भवन बक्सर में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा), बक्सर द्वारा एक दिवसीय जिला स्तरीय खरीफ महाभियान दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। जिला पदाधिकारी ने प्रसार कर्मी को संबोधित करते हुए कहा कि जिला स्तरीय खरीफ अभियान 2023 में दिए जा रहे तकनिकी जानकारी को प्रखंड स्तरीय खरीफ अभियान में सुदूर ग्राम स्तर तक के नये-नये किसानो के बीच साझा करे। ताकि किसान आधुनिक खेती के साथ-साथ जलवायु अनुकूल खेती अंतर्गत बाढ़-सुखाड जैसी परिस्थिति में उन्नत तरीके से खेती कर सके।

जिले में खरीफ मौसम में कुल आच्छादन का लक्ष्य एक 108480 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य में धान 98088 हेक्टेयर, मक्का 4546 हेक्टेयर, बाजरा 3101, ज्वार 555 हेक्टेयर इत्यादि शामिल है। इस हेतु सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार लगन के साथ लक्ष्य हासिल करने हेतु कार्यशील रहेंगे। शिथिलता बरतने पर संबंधित पर कठोर एवं अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। कृषि विभाग के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों की योजनाओं के सफल क्रियान्वनय की जिमेदारी है। उत्तरदायित्व के प्रति लापरवाही बरतने वालों के प्रति अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि पीएम किसान निधि योजना उपादान क्रय करने हेतु किसानों के लिए आर्थिक मदद है। इस योजना में अभी तक कुल 86242 कृषक पंजीकृत है, परंतु अभी भी इस योजना से 16240 किसान वंचित है। इस प्रकार कुल 97440000.00 (नौ करोड़ चैहतर लाख चालीस हजार) रुपये जिले के किसानों को प्राप्त नहीं हो रहा है। इसके लिए कृषि समन्वयक सीधे तौर पर जवाबदेह हैं। एक सप्ताह के अंदर इस लक्ष्य को प्राप्त कर प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करेंगे।

जैविक काॅरिडोर योजना अंतर्गत जिले में 1500 एकड़ में जैविक खेती कराई जा रही है। इस संदर्भ में कलस्टर में किसानों का चयन किया जाना है। इसमें कुल चयनित किसानों की संख्या 1479 है। इन सभी किसानों को 11500/- रुपये की दर से कुल 17008500/-(एक करोड़ सतर लाख आठ हजार पाॅंच सौ) रुपये डीबीटी के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांतरित कर दिया गया है।

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जैविक खेती द्वारा उत्पादित सब्जी व फसल को एफपीओ के माध्यम से बिक्री कराना सुनिश्चित करेंगे। ताकि आमजन को इसका लाभ मिल सके। वर्तमान समय में पाॅश मशीन में यूरिया 10135 मै.टन, डीएपी 2352 मै.टन, एमओपी 78 मै.टन, एन.पी.के.एस. 1636 मै.टन उर्वरक का भंडार है। उर्वरक कालाबजारी पर नियंत्रण हेतु सभी कृषि समन्वयक को उर्वरक निरीक्षक घोषित किया गया है। कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, तथा नोडल पदाधिकारी के रुप नामित सहायक निदेशक उर्वरक कालाबाजारी पर नियंत्रण हेतु सतत निगरानी रखेंगे।

फसल अवशेष (पराली) प्रबंधन को व्यापक प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता है। इस वर्ष पराली जलाने वाले 275 किसानों का कृषक पंजीकरण ब्लाॅक किया गया है साथ ही 07 किसानों पर सीआरपीसी की धारा 133 के तहत कार्रवाई की गई है। सभी प्रसार कर्मी किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान को बताएंगे।

जिले हेतु नामित नोडल पदाधिकारी-सह-निदेशक भूमि संरक्षण ने कहा कि कृषि व कृषि सम्बद्ध विभाग की योजनाओ को समयबद्ध तरीके से किसानो के बीच पहुचाना मुख्य उदेश्य है। इन योजनाओ को किसानो तक पहुचाने का सशक्त माध्यम खरीफ अभियान है। उन्होंने राज्य स्तर द्वारा संचालित योजनाओ को प्रसार कर्मियों के बीच साझा करते हुए कहा कि सभी प्रसार कर्मी प्रखंड स्तरीय खरीफ अभियान में किसानो के बीच साझा करे।

जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने पॉवर पॉइंट के माध्यम से कृषि विभाग की योजनाओ को प्रस्तुत किया। वीर कुंवर सिंह कृषि महा विद्यालय, डुमराव के सहायक प्राध्यापक एवं केवीके बक्सर के वैज्ञानिक ने खरीफ मौसम में फसल प्रबन्धन पर तकनिकी जानकारी दी। मौके पर सुदूर ग्राम स्तर तक योजनाओ का प्रसार करने हेतु खरीफ महाभियान रथ का शुभारम्भ जिला पदाधिकारी ने हरी झंडी दिखा रवाना किया। कार्यशाला में माननीय अध्यक्षा जिला परिषद, उप विकास आयुक्त बक्सर, अध्यक्ष नगर पंचायत चौसा, जिला स्तरीय पदाधिकारी के साथ-साथ सभी प्रसार कर्मी उपस्थित थे।

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