कोचस (रोहतास) : नगर पंचायत कोचस के राजवंशी कन्या मध्य विद्यालय कोचस के प्रांगण में वरसात के समय जल जमाव से बच्चों एवं अध्यापकों को बहुत कठिनाई रुबरु होना पड़ता था।शिक्षकों ने कई बार विद्यालय शिक्षा समिति में यह प्रस्ताव उठाया लेकिन अध्यक्ष और सचिव एवं विद्यालय शिक्षा के समिति के सभी सदस्य इस मुद्दे पर चुप रहे।कोचस से आरा रोड में सात फिट निचे विद्यालय अवस्थित हैं। वरसात के दिनों में स्कुल के रुम में पानी घुस जाता था लेकिन शिक्षकों ने जैसे तैसे बच्चों को पढाया करते थे।
आज तक कोई प्रतिनिधि आगे आकर इस समस्या से निदान करने का प्रयास नहीं किया हो? सभी शिक्षकों ने मिल कर आपस में चांदा इकट्ठा कर विद्यालय प्रांगण में मिट्टी भरने का काम कर रहे हैं अभी तक विद्यालय में कुल 75000₹ कलेक्शन कर काम शुरू करवा चुके है शिक्षकों ने मिसाल कायम करते हुए सराहनीय कदम उठाए हैं लेकिन प्रतिनिधियों के लिए यह तमाचा की समान है। आज प्रतिनिधियों को शिक्षा जगत के विद्यालय पर किसी को ध्यान नहीं जाता है। क्योंकि सभी समुदाय के बच्चे पढ़ते हैं। कोई भी प्रतिनिधि विद्यालय पर ध्यान नहीं देते हैं।
वह आम लोगों के निजी गली नाली पर विशेष ध्यान देते हैं यह नहीं जानते हैं कि जहां से बच्चों की भविष्य बनती हैं सबसे पहले उस पर ध्यान देना चाहिए।जिसमें ग्रामीण जनता में प्रसन्नता व्याप्त हो। शिक्षकों के साहसिक कार्य से विद्यालय परिसर वरसात में हो रहे जल जमाव के समस्या से निजात मिलेगा। विद्यालय में सहयोग करने वाले शिक्षक प्रधानाध्यापक जय राम पाल, ओम प्रकाश गुप्ता, गीता कुमारी, विद्यावती कुमारी, पूनम कुमारी, संजय कुमार पसवान, अजय कुमार श्रीवास्तव, कमला कुमारी, सुनीता कुमारी, दिनेश कुमार सिंह, सुनीता कुमारी, नीलम चौहान इत्यादि थे।