मोतिहारी : विश्व यक्ष्मा दिवस- निक्षय मित्रों ने टीबी मरीजों में वितरित किए पौष्टिक पोषाहार 

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मोतिहारी।  विश्व यक्ष्मा दिवस के मौके पर शुक्रवार की सुबह में जिला यक्ष्मा केंद्र से स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्रभात फेरी निकली गई। वहीँ जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में जिले के टीबी मरीजों के पोषण संबंधी सहयोग के लिए शुकवार को रेडक्रॉस भवन में चयनित टीबी मरीजों के बीच निक्षय मित्रों द्वारा पौष्टिक पोषाहार वितरित की गई।

मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि टीबी की बीमारी में रोगी के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, इसलिए उन्हें दवा के साथ ही बेहतर पोषण की जरूरत होती है।  उनकी सहायता हेतु  प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीजों के लिए उनके खाते में 500 रुपये भेजी जाती है। परन्तु उन्हें संतुलित आहार प्रदान हो, इसके लिए जिले के समाजसेवियों, युवाओं व संगठनों के द्वारा सहयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने अपील की है  कि टीबी मरीजों के सहयोग को आगे आएंगे तभी टीबी के मरीज पोषण का लाभ लेकर स्वस्थ हो पाएंगे।

मौके पर  रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष विभूतिनारायण सिंह ने बताया कि डॉ आशुतोष शरण ने 25 टीबी मरीजों को गोद लिया है, वहीं इंडियन आयुष मेडिकल एशोसिएशन ने 37, उज्ज्वल सेवा संस्थान के डॉ अरुण कु सिंह ने 11, डॉ रम्भा पाण्डे ने 11, वहीँ सबसे कम उम्र 3 वर्ष के बच्चे मृत्युंजय भारद्वाज, पौत्र ( स्व ० ठाकुर बजरंगी नारायण सिंह) ने एवं डॉ चँद्र सुभाष के बच्चों ने भी निक्षय मित्रों को गोद लिया है ।

गोद लेकर 6 माह तक पौष्टिक आहार की करें व्यवस्था

संचारी रोग पदाधिकारी पूर्वी चंपारण डॉ रंजीत राय ने कहा कि निक्षय पोषण योजना केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीबी से ग्रसित लोगों के लिए इस योजना की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री ने विभिन्न सामाजिक संगठनों और लोगों से अनुरोध किया है कि टीबी  के मरीजों को पौष्टिक आहार देने हेतु आगे आएँ औऱ उन्हें गोद लेकर 6 माह तक उनके लिए पौष्टिक आहार में भूना चना, सत्तू, सोयाबिन, अंडे, गुड़, मूंगफली, बिस्किट आदि खाद्य पदार्थो की पैकेट सूची के अनुसार वितरण करें। 

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टीबी रोग की जांच और दवाइयां अस्पताल में मुफ्त उपलब्ध हैं

आईएमए के अध्यक्ष डॉ आशुतोष शरण ने बताया कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो माइक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु की वजह से होती है। यह रोग हवा के माध्यम से फैलता है। जब टीबी रोग से ग्रसित व्यक्ति कही खांसता, छींकता या बोलता है, तो उसके साथ संक्रमण बाहर निकलता है। जो हवा के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।

उन्होंने कहा कि दो सप्ताह से ज्यादा खांसी या बुखार आना, खांसी के साथ मुंह से खून आना, भूख में कमी और वजन कम होना आदि लक्षण दिखे तो तुरंत उसकी टीबी की जांच कराएं। टीबी रोग की समस्त जांच और दवाइयां सरकार की तरफ से अस्पताल में मुफ्त मिलती हैं। मौके पर यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रंजीत राय,डीपीएम विश्वमोहन ठाकुर,डॉ आशुतोष शरण,डॉ मनीष कुमार, डॉ राहुल राज, डॉ चन्द्र सुभाष,डैम अभिजीत भूषण डीसी वर्ल्ड विजन रामजन्म सिंह,सिफार डीसी सिद्धान्त कुमार, डॉक्टर फ़ॉर यू डीसी , दिलीप कुमार सिंह व अन्य लोग उपस्थित थे।

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