पटना | किशोरी बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए कई कदम उठाये जा रहे हैं. इसी क्रम में किशोरी बालिका योजना को संशोधित कर सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण- 2.0 के तहत 14-18 वर्ष की किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य व पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए राज्य के 13 आकांक्षी जिलों में पोषण- 2.0 के तहत 14-18 वर्ष की किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य व पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। ये जिले हैं अररिया, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, गया, जमुई, कटिहार, खगड़िया, मुजफफरपुर, नवादा, पूर्णिया, शेखपुरा एवं सीतामढ़ी।
राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 में किशोरी बालिका योजना को संशोधित कर सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण- 2.0 के तहत 14-18 वर्ष की किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य व पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। दरअसल, उक्त योजना का संचालन राज्य के 13 आकांक्षी जिलों में ही किया जा रहा है। विदित हो कि इस योजनान्तर्गत केंद्र सरकार द्वारा राशि का आवंटन पोषण ट्रैकर पर दर्ज आंकड़ों के आधार पर किया जाना है। हालांकि, इसके पहले भी विभाग द्वारा 14-18 वर्ष के किशोरी बालिकाओं का परियोजना स्तर पर सर्वे के पश्चात संख्यात्मक आंकड़ा उपलब्ध कराया गया था। पर, उस आंकड़ा व प्रासंगिक पत्र में आधारयुक्त पोषण ट्रैकर पर उपलब्ध आंकड़ों में कुछ भिन्नता पायी गयी थी।
निदेशक, समेकित बाल विकास सेवाएं ने जारी किया पत्र
इस बाबत समेकित बाल विकास सेवाएं ;आईसीडीएस के निदेशक अलोक कुमार ने पत्र जारी कर राज्य के सभी 13 आकांक्षी जिले के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को अवगत कराया गया है। जारी पत्र में बताया गया है कि अगले एक सप्ताह के अंदर वर्ष 14-18 वर्ष की किशोरी बालिकाओं का सर्वे कर आधारयुक्त किशोरी बालिकाओं का विवरण पोषण ट्रैकर पर अपलोड किया जाये।