बक्सर | समय हमेशा अपनी गति से चलता रहता है. एक बार फिर से त्यौहारों का महीना आ चुका है, जिसकी शुरुआत शारदीय नवरात्र से होती है. हम अभी भी कोरोना संक्रमण महामारी से जूझ रहे हैं. ऐसे में पूजा के दौरान लोगों के एकजुट होने और समूह में पंडाल दर्शन, संक्रमण प्रसार को गति देने की संभावनाएं बढ़ा देगा. इसलिए त्यौहारों को आशंका मुक्त मनाने के लिए इस समय हम लोगों को सावधानी रखने की जरूरत है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राज किशोर सिंह ने समुदाय से अपील की है कि जिला प्रशासन के साथ-साथ जिला स्वास्थ्य समिति भी पूजा को ध्यान में रखते हुए लगातार टीकाकरण अभियान चला रही और लोगों को भी सतर्क रहने के लिए समय-समय पर जागरूक करती रहती है। ताकि पूजा से पहले ज्यादा से ज्यादा वंचित लाभार्थी टीकाकृत हो कर भयमुक्त मन से पूजा का आनन्द उठायें.
टीकाकरण के दोनों डोज सहित बूस्टर भी है जरूरी
डॉ. सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव में वैक्सीन की अहमियत अब किसी से छुपी हुई नहीं है. लेकिन कोरोना से सम्पूर्ण सुरक्षा पाने के लिए टीके की दोनों डोज के अलावा बूस्टर डोज लगाना भी बहुत जरूरी है. जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का पूरा विकास हो और हमारा शरीर संक्रमण का सामना कर सके. कोविड वायरस के खिलाफ विश्वभर में हो रहे शोधों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह स्पष्ट किया है कि टीका लेने वालों में संक्रमित होने कि आशंका टीका नहीं लेने वालों की अपेक्षा काफी कम होती है. जहां पहले और दूसरे डोज़ से शरीर में कोरोना जीवाणु के खिलाफ एंटीबॉडी बनना और रोग प्रतिरोधक क्षमता का बढ़ना शुरू होता है. वहीं बूस्टर डोज़ से वह सुरक्षा चक्र पूरी तरह मुकम्मल होता है. इससे लंबे समय के लिए शरीर को कोरोना के साथ साथ दूसरे गंभीर और संक्रामक रोगों से भी सुरक्षा मिलती है. ऐसे में अगर एक भी डोज़ छूट जाए तो शरीर के सुरक्षा चक्र में रुकावट आ जाती है. उन्होंने कहा कि फ़िलहाल राज्य स्वास्थ्य समिति से दुर्गा पूजा के सन्दर्भ में अलग से कोई दिशा निर्देश नहीं प्राप्त हुआ है. लेकिन जिला स्वास्थ्य प्रशासन समुदाय को कोरोना से सुरक्षा के लिए दृढ संकल्पित है, इसलिए पिछली बार की तरह इस बार भी त्यौहारों के दौरान संक्रमण प्रसार को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा.
करें सभी जरूरी सुरक्षा नियमों का पालन
कोरोना काल में मास्क पहनना हर किसी के लिए जरूरी है. लेकिन दुर्गा पूजा में प्रतिमाओं व पंडालों के दर्शन के दौरान इसका उपयोग और शारीरिक दूरी के पालन की अनिवार्यता और अधिक बढ़ जाती है. साथ ही, बाजारों व दुकानों में खरीदारी के दौरान लोगों को शारीरिक दूरी के नियमों का भी पालन करना होगा. बाजारों में खरीदारी के लिए अनावश्यक भीड़ करना उचित नहीं है. वहीं, बस या अन्य सार्वजनिक वाहन में सवारी करने के दौरान भी मास्क व शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना होगा.