मोतिहारी। जिला बाल विकास परियोजना द्वारा जिले के कई प्रखंडों में पोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से पोषण परामर्श केंद्र खोला जा रहा है। आईसीडीएस के डीपीओ शशिकांत पासवान ने बताया कि शुक्रवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय मेहसी में प्रखंड स्तर पर पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गई। इस अवसर पर उपस्थित सभी सेविकाओं को पोषण के पाँच सूत्र पौष्टिक आहार, सुनहरे 1000 दिन, एनीमिया की रोकथाम, स्वच्छता और साफ सफाई, डायरिया प्रबंधन आदि की जानकारी दी गयी। साथ ही पोषण संदेश की विस्तृत जानकारी देते हुए पोषण शपथ ग्रहण करवाया गया।
संतुलित भोजन जरूरी है-
मेहसी, ढाका, घोड़ासहन की सीडीपीओ ने बताया कि उचित पोषण के लिए संतुलित भोजन जरूरी है। उन्होंने बताया कि गर्भवती व धात्री महिलाओं को दूध, घी, हरी सब्जियां, सलाद, अंडे, मांस का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए। एनीमिया की रोकथाम के लिए आयरन युक्त भोजन आवश्यक है।
छह माह तक बच्चे को केवल स्तनपान कराएँ-
आईसीडीएस की डीसी अमृता श्रीवास्तव ने बताया कि छह माह तक बच्चे को केवल स्तनपान कराया जाना चाहिए। उन्हें पानी या बाहरी आहार नहीं देना चाहिए वहीं बच्चे के छह माह के होने के बाद स्तनपान के साथ पूरक आहार देनी चाहिए।
पूरे माह कुपोषण के खिलाफ होगा गतिविधियों का आयोजन-
डीपीओ शशिकांत पासवान ने बताया कि देश को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में सरकार के द्वारा संचालित राष्ट्रीय पोषण अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है। जिसके अंतर्गत जनआंदोलन, समुदाय आधारित गतिविधि एवं संबंधित सभी विभागों के अंतर समन्वय से तय सीमा के अंदर माता एवं बच्चों के कुपोषण में प्रति वर्ष कमी लाने के लिए लक्ष्य निर्धारित है।
एनीमिया के प्रति महिलाओं को किया जाएगा जागरूक-
आईसीडीएस की डीसी अमृता श्रीवास्तव ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों व पोषण परामर्श केंद्र पर एनीमिया की रोकथाम के लिए बैनर, पोस्टर, रैलियों के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है।