वैशाली। मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना से लगातार वैशाली जिले के बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। सदर अस्पताल से शुक्रवार को 12 बच्चों को आइजीआइसी पटना के लिए रवाना किया गया। यहां अहमदाबाद के सत्य साईं अस्पताल से आये डॉक्टरों की टीम इनके हृदय की जांच करेगी। जिसमें गंभीर रुप से हृदय की बीमारी से ग्रस्त बच्चों को बेहतरीन उपचार के लिए अहमदाबाद भेजा जाएगा।
इस मौके पर राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के जिला नोडल डॉ अशोक कुमार ने कहा कि जिले से पटना जांच के लिए भेजे गए बच्चों की उम्र आठ महीने से लेकर 13 वर्ष तक है। इन सभी का इको टेस्ट सहित कुछ और हृदय की जांच होगी। इनमें से गंभीर हृदय रोग से ग्रसित बच्चों को चुन कर अगले बैच में अहमदाबाद भेजा जाएगा।
वरदान बन रहा मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना
डॉ अशोक के अनुसार, मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना जिले के गरीब लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री बाल हृदय योजन के अंतर्गत हृदय की जन्मजात बीमारी का उपचार बिल्कुल मुफ्त किया जाता है। आरबीएसके की टीम इसके लिए स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्क्रीनिंग का कार्यक्रम भी चलाती है। शुक्रवार को पटना जा रहे पटेढ़ी बेलसर के रंजन कुमार के पिता सोनेलाल सहनी कहते हैं, “मेरा बेटा अक्सर चलने या कोई कार्य करने में तेजी से हांफ जाता था।
इसके बीमारी का पता पहले ही लग गया था, पर पैसे नहीं होने के कारण इसका समुचित उपचार नहीं करा पा रहा था”। अब आरबीएसके के माध्यम से मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत इसका उपचार बिल्कुल मुफ्त होगा।