मुजफ्फरपुर। फाइलेरिया से ग्रसित हाथीपांव के मरीजों के लिए जिले में रुग्णता प्रबंधन एवं विकलांगता रोकथाम किट (एमएमडीपी किट) सेल्फ केयर किट का वितरण शुरू हो चुका है. इसी क्रम में मंगलवार को मीनापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 8 फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण किया गया. सभी लाभान्वित मरीज मीनापुर प्रखंड के निवासी हैं.
सपोर्ट ग्रुप के सदस्य करें सहयोग
फाइलेरिया मरीजों को संबोधित करते हुए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि सीफार द्वारा गठित पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सदस्य जल्दी ही शुरू होने वाले नाइट ब्लड सर्वे अभियान में विभाग का सहयोग करें. अपने आस पास के लोगों को जागरूक कर और अपने अनुभवों को साझा कर सभी संभावित मरीजों को नाइट ब्लड सर्वे अभियान में सहयोग करने की अपील करें और अपनी सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाने का प्रयास करें.
फाइलेरिया से सुरक्षा के सबसे प्रमुख माध्यम हर साल सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान डीईसी व अल्बेंडाजोल की गोली का सेवन जरूर करें तथा अपने परिवार के लोगों को भी खाने के लिए कहें. उन्होंने बताया कि साल में एक बार तथा पांच साल तक लगातार इस दवा के सेवन से इंसान आजीवन फाइलेरिया के संक्रमण से सुरक्षित रह सकता है. मौके पर सीफार की डीसी नीतू कुमारी भी मौजूद थी.
फाइलेरिया मरीजों को दवाई
मुशहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फाइलेरिया मरीजों को 21 दिन की दवा देने के साथ साफ-सफाई करने को कहा गया है। फाइलेरिया मरीज जूली देवी और शिव दुलारी देवी ने बताया कि सीफार द्वारा गठित पेशेंट सपोर्ट ग्रुप से जुड़कर उन्होंने फाइलेरिया का प्रबंधन जाना और सिखाये गए व्यायाम द्वारा अब पहले से काफी बेहतर महसूस कर रही हैं।