वैशाली। सदर अस्पताल सहित जिले के सभी प्रखंडों में मंगलवार को स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ एके शाही और एसीएमओ डॉ अमिताभ कुमार सिन्हा ने सदर अस्पताल परिसर में किया। इस मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि इस मेले का आयोजन मिशन परिवार विकास अभियान के तहत किया जा रहा है। जिसका मकसद लोगों को मिशन परिवार विकास अभियान के तहत चलने वाले कार्यक्रम तथा परिवार नियोजन पर लोगों को जागरूक करना है।
मेले में कुल छह स्टॉल लगाए गए थे। जिसमें लोगों को परिवार नियोजन के साधनों से संबंधित जानकारी दी जा रही थी। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमिताभ कुमार सिन्हा ने कहा कि खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन बहुत ही आवश्यक है। बच्चे दो ही अच्छे होते हैं। वहीं दोनों बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतर जरूर होना चाहिए।
परिवार नियोजन के साधनों का हुआ वितरण
डीसीएम निभा रानी सिन्हा ने बताया कि सभी स्टॉलों पर सैंकड़ों की संख्या में अस्पताल आए लोगों ने पूछताछ की जिनकी काउंसलिंग की गयी। ज्योति ने भी लोगों की काउंसलिंग की। जननी संस्था की तरफ से अपना एक स्टॉल लगाया गया था। जिसमें परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधन के बारे में बताया गया और उसके साधनों जैसे कंडोम, छाया, अंतरा टैबलेट का वितरण भी किया गया।
आशा और स्वास्थ्य परामर्शी ने किया सहयोग
निभा रानी ने बताया कि स्वास्थ्य मेले में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के लिए आशा और स्वास्थ्य परामर्शी पहले से ही इच्छुक लाभार्थियों की काउंसलिंग कर रहे थे। जिसके बाद उनके वृहत काउंसलिंग और ऑपरेशन के रजिस्ट्रेशन के लिए स्वास्थ्य मेले का विजिट कराया गया। इसके अलावा अस्पताल आए हुए मरीज तथा उनके परिजनों ने भी परिवार नियोजन के साधनों में रुचि दिखाई। सभी स्टॉलों पर एएनएम ने अपनी सेवाएं दी।
बंध्याकरण – नसबंदी के लिए अस्पताल आएं
एसीएमओ डॉ अमिताभ कुमार सिन्हा ने परिवार नियोजन अपनाने वाले इच्छुक लोगों से अस्पताल आकर सेवाओं का लाभ लेने को कहा। उन्होंने कहा कि पुरूष नसबंदी महिला बंध्याकरण की अपेक्षा सरल और सुरक्षित है, इसलिए परिवार नियोजन में पुरूषों को बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए। इस मौके पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एसके वर्मा, डीपीएम मणि भूषण झा, डीसीएम निभा रानी सिन्हा, सूचित कुमार, प्रदीप कुमार, आलोक कुमार, यूनिसेफ से मधुमिता और केयर इंडिया के डीटीएल सुमित कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।