शिवहर। समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में सोमवार को जिला स्तरीय अभिसरण कार्य योजना की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। समेकित बाल विकास परियोजना अन्तर्गत चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह एक से 30 सितम्बर के तहत बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि पोषण माह के अंतर्गत अंर्तविभागीय समन्वय से उद्देश्य की प्राप्ति हेतु पूरे लगन और समर्पण से कार्य करें एवं जरूरतमंद को समुचित लाभ प्रदान करें।
समाज के वंचित तबके, विशेषकर महादलित टोलों में अभियान चलायें एवं ऑगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पोषण माह के अंतर्गत गतिविधियों व कार्यक्रमों को संचालित करायें। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. शैलेंद्र कुमार झा, आईसीडीएस डीपीओ सीमा रहमान, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अरूण कुमार सिन्हा समेत अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
समन्वय से आएगी कुपोषण दर में कमी-
बैठक में जिलाधिकारी ने पोषण अभियान के क्रियान्वयन को लेकर जिला में संचालित विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का अनुश्रवण एवं समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि पोषण अभियान के तहत विभिन्न विभागों के समन्वय से कुपोषण की दर में कमी लाई जानी है। योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण समेत अन्य विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए बच्चों के कुपोषण दर में प्रतिवर्ष 2 फीसद एवं किशोरी व महिलाओं के एनीमिया दर में प्रतिवर्ष 3 फीसद की कमी लाने की दिशा में संयुक्त प्रयास किए जाएं। बैठक में पदाधिकारियों ने अपने-अपने विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
पोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
जिलाधिकारी ने कुपोषण के खिलाफ जागरूकता फैलाने के मकसद से पोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पोषण रथ सभी प्रखण्डों में घूमकर जागरूकता फैलाने का काम करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि कुपोषण के खिलाफ जारी लड़ाई में जागरूकता मजबूत हथियार है। पोषण के महत्व को प्रचारित करने व जागरूकता के लिए विभिन्न स्तरों पर और गंभीर प्रयास की जरूरत है। उन्होंने पोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए संबंधित अधिकारियों को गांवों में बेहतर तरीके से लोगों को जागरूक करने को कहा।