बक्सर : कन्या मध्य विद्यालय भगवानपुर की शिक्षिका उषा मिश्रा बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ उनको पर्यावरण संरक्षित करने को लेकर जागृत करते हैं। बच्चों में बौद्धिक विकास को लेकर अलग अलग तरीके से गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को पढ़ाती है ताकि पठन-पाठन के प्रति बच्चे जागरूक हो। घर गृहस्थी संभालते हुए अपने शिक्षिका होने का कार्य ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हैं। पठन-पाठन, पर्यावरण संरक्षित करने के अलावे प्रारंभिक शिक्षक कल्याण संघ में जिला सचिव पद पर रह कर शिक्षकों की समस्याओं का निष्पादन सहज तरीके से कराती हैं। 5 सितंबर को शिक्षक दिवस है। शिक्षकों के सम्मान में छात्र-छात्राएं उन्हें उपहार देकर गुरु-शिष्य की परंपरा का निर्वहन करते हैं।

इस बार उषा मिश्रा ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी बच्चों के बीच शिक्षक दिवस पर केक काटकर इस दिवस को मनाया जाएगा। बता दें कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर उषा मिश्रा को देश विदेश में सम्मान मिल चुका है। तत्काल में लखनऊ बुलाकर एक संस्था ने इन्हें पर्यावरण मित्र के सम्मान से नवाजा। विद्यालय के साथ-साथ घर में भी एक शिक्षिका के भूमिका में बच्चों को बेहतर दिशा प्रदान करती हैं। आपको बता दें कि उषा का मतलब भोर होता है। भोर मतलब होने के कारण उषा नाम बहुत सुंदर बन जाता है। इसी तरह शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और घर को सुंदर बनाने में अहम भूमिका निभाती है।