डुमरांव. ग्रामीण बैंक के अखिल भारतीय संघ अरेबिया के सेवानिवृत्त साथियों की जिला इकाई बक्सर आरा की बैठक छठिया पोखरा पुराना शिव मंदिर परिसर में रविवार को आयोजित हुआ. बैठक में अखिल भारतीय संघ अरेबिया के संयुक्त सचिव एवं इस इकाई के मुख्य सलाहकार एएन ओझा विशेष रूप से उपस्थित थे. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सन 1975 में तत्कालीन भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर को ग्रामीण बैंकों की स्थापना की गई. जिसका मुख्य उद्देश्य देश के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधा प्रदान करना तथा उनकी जमा पूंजी को ग्रामीण क्षेत्र के उत्थान के लिए उपयोग करना. तत्पश्चात ग्रामीण बैंक कर्मियों के द्वारा लगन निष्ठा से कार्य करते हुए बैंक के उद्देश्यों को पूरी तरह से पालन किया गया, किया जा रहा है.
सरकार की मनसा ग्रामीण बैंकों का भी निजीकरण
वर्तमान में देश के 23 राज्य एवं 3 केंद्र शासित राज्य में 43 ग्रामीण बैंक 700 जिलों में 2200 शाखाओं एवं 1 लाख 15,000 कर्मियों के साथ भली-भांति ग्रामीण जनता के उत्थान के साथ सभी सरकारी कार्यों, जो ग्रामीण क्षेत्र से संबंधित है संपादन कर रहा है. वर्तमान में ग्रामीण बैंक की कुल जमा पूंजी 562 लाख करोड़ एवं ॠण सुविधा राशि 362 लाख करोड़ है, जिससे 90 प्रतिशत ग्रामीण ॠण इसी बैंक का है, जिसमें 70 प्रतिशत कृषि ॠण शामिल हैं. वर्तमान में भारत सरकार द्वारा कई सरकारी उपक्रमों का निर्माण किया गया है आगे भी यह सोच जारी है. इसी क्रम में भारत सरकार की मनसा ग्रामीण बैंकों का भी निजी काम करने की है. देश के पूंजी पतियों की निगाह ग्रामीण जनता के उन जमा राशियों के तरफ है. यदि ऐसा होता है, तो ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले जनता की भलाई बाधित होगी. जमा पूंजी का क्या होगा ?

एक दिवसीय हड़ताल का किया गया आवाहन
साथ ही शुरू से बैंक को इस मुकाम पर लाने वाले बैंक कर्मियों, जो आज सेवानिवृत्त हो गए हैं. उनकी पेंशन, कार्यरत कर्मियों के भविष्य एवं ग्रामीण जनता का अहित यह सारी स्थितियां पर बुरा असर पड़ने की प्रबल संभावना है. ऐसी स्थिति में पूरे ग्रामीण बैंक के कर्मी आंदोलन की राह पर है. इस क्रम में बैंक का स्तर, राज्य स्तर एवं केंद्र सरकार स्थल पर धरना का कार्य जारी है. आगामी 23 सितंबर को देश टाइम आने पर एक दिवसीय हड़ताल का आवाहन किया गया है. मांग में राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना की जाए, ग्रामीण बैंक का निजीकरण करने की सोच को रद्द किया जाए, पेंशन से संबंधित नियमावली में बदलाव कर सभी सेवानिवृत्त एवं अन्य साथियों को पेंशन योजना में शामिल किया जाए, अन्य बैंक के अनुरूप पारिवारिक पेंशन को 30 प्रतिशत बढ़ाया जाए, टेंशन ऑपरेशन किया जाए आदि मांग शामिल है.
बैठक को राजेश्वर सिंह कैंसर हाय विवेकानंद मिश्रा पी एस पांडे एसके उपाध्याय सीबी तिवारी अंजनी कुमार ओझा के द्वारा संबोधित किया गया. अध्यक्षता जिला इकाई अध्यक्ष ईश्वर चंद्र शर्मा, धन्यवाद ज्ञापन पी एस पांडे के द्वारा किया गया.
