शिवहर: सुरक्षित मातृत्व के सपने को साकार कर रहा मातृ-शिशु अस्पताल

यह भी पढ़ें

- Advertisement -

– जनवरी से अभी तक अस्पताल में 2039 बच्चों की गूंजी किलकारियां

शिवहर। सुरक्षित मातृत्व के सपने को साकार करने में जिला का मातृ-शिशु अस्पताल सफल हो रहा है। अस्पताल गरीब परिवार की महिलाओं का प्रसव कराकर सुरक्षित मातृत्व का सुख दे रहा है। इसी वजह से जिले के गरीब परिवारों का प्रसव के लिए मातृ-शिशु अस्पताल पर भरोसा बढ़ा है। मातृ शिशु अस्पताल में हर महीने सैकड़ों बच्चों की किलकारी गूंज रही है। हर रोज दर्जनों की संख्या में महिलाएं प्रसव पूर्व जांच और प्रसव के लिए पहुंच रही हैं। अस्पताल की लेबर रूम इंचार्ज अनिता कुमारी ने बताया कि सदर अस्पताल में महिलाओं को वो सभी सुविधा मिल रही है, जो कि निजी अस्पताल में हजारों रुपए खर्च करने के बाद मिलती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों का सकारात्मक असर दिख रहा है। 

सुविधाओं के कारण प्रसव में इजाफा- 

अस्पताल की लेबर रूम इंचार्ज अनिता कुमारी ने बताया कि मातृ-शिशु अस्पताल में प्रसव की तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं। 24 घंटे चिकित्सक और कर्मी ड्यूटी कर रहते हैं। स्वास्थ्य विभाग का संस्थागत प्रसव पर जोर है। आशा द्वारा लगातार गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जाता है। यही वजह है कि इस अस्पताल में प्रसव के लिये विश्वास बना हुआ है। इस वर्ष जनवरी में 335, फरवरी में 375, मार्च में 308, अप्रैल में 253, मई में 213, जून में 166, जुलाई में 238 और अगस्त 25 तक 251 बच्चे जन्मे। उन्होंने बताया कि कोरोना की विषम परिस्थितियों में भी मातृ-शिशु अस्पताल में बच्चों की किलकारियां खूब गूंजी। कोरोना काल में सुरक्षित प्रसव कराना चुनौती था। लेकिन सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए प्रसव कराया गया।

- Advertisement -

सामान्य प्रसव की सारी सुविधाएं मौजूद-

अनिता कुमारी ने बताया कि यहां प्रशिक्षित और सक्षम स्वास्थ्यकर्मियों की टीम के पर्यवेक्षण में महिलाओं का प्रसव होता है। प्रसव संबंधी देखरेख कुशल चिकित्सक व प्रशिक्षित स्टाफ करती हैं। इस दौरान माता व शिशु के जीवन को बचाने के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं। निःशुल्क दवाइयों और उपकरणों की मौजूदगी, बच्चे की जटिलता पर तुरंत चिकित्सीय सुविधा समेत अन्य सभी सुविधाएं मौजूद रहती हैं। यहां चौबीस घंटे एंबुलेंस, डॉक्टर व नर्स की मौजूदगी प्रसव की संख्या को गिरने नहीं देती है। इसके अलावा उन्हें दवाओं का भी मुफ्त में वितरण किया जाता है। आयरन व कैल्सियम की गोली भी दी जाती है। जन्म लिए बच्चों को तत्काल बीसीजी, हेपेटाइटिस और ओपीवी का टीका लगा दिया जाता है। यहां प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) की भी व्यवस्था है। प्रसव के लिए आई महिलाओं को परिवार नियोजन के प्रति भी जागरूक किया जाता है।

- Advertisement -

विज्ञापन और पोर्टल को सहयोग करने के लिए इसका उपयोग करें

spot_img
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

संबंधित खबरें