डुमरांव : बीपी मंडल की जयंती पर मंडल आयोग पर गंभीर चिंतन का आयोजन 

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डुमरांव. गरीबों के मसीहा बीपी मंडल की 125वीं जयंती पर सामाजिक जन चेतना जागृति मंच द्वारा एक सेमिनार का आयोजन नगर भवन में किया गया. सबसे पहले अतिथियों तथा लोगों द्वारा बीपी मंडल को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद बक्सर जिला परिषद अध्यक्षा विद्या भारती, प्रखंड प्रमुख अनुपमा देवी व उषारानी +2 उच्च विद्यालय की पूर्व प्राचार्या पुष्पा कुमारी द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया गया. तत्पश्चात अतिथियों को अंग वस्त्र व फूलमाला से सम्मानित किया गया. सेमिनार में बीपी मंडल कमीशन के 30 वर्ष लागू होने के बाद पिछड़ा, अतिपिछड़ा, गरीब दलितों को क्या मिला तथा क्या खोया इस पर चिंतन हुआ. 

समाज में जागृति फैलाने का काम किया : नागेन्द्रनाथ

पूर्व राज्यसभा सांसद नागेन्द्रनाथ ओझा ने कहां कि बीपी मंडल ने कुछ जातियों में आपसी विभेद को दूर करने के लिए अतिपिछड़ा रूपी माला में जोड़ कर समाज में जागृति फैलाने का काम किया. समाज के सबसे कमजोर लोगों के लिए सबको काम करने की बात कही. जब तक दलित, अकलियत, पिछड़ा, अतिपिछड़ा के लोग जातिवाद रूपी काल कोठरी से अलग नहीं होंगे तब हम सता और अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित होते रहेंगे. पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहां कि आज संविधान से छेड़छाड़ किया जा रहा है. बीपी मंडल ने नीचले पायदान पर खड़े लोगों के उत्थान में बहुत बड़ी भूमिका निभाई. सभी को सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए काम किया. मुट्ठी भर लोगों द्वारा समाज को बांटने का काम कर गरीबों को ठगने का काम कर रहे हैं. 

मंडल आयोग की बातों का किया विरोध : परमिंदर अंबर

निजीकरण करके आरक्षण को खत्म करने की साजिश की जा रही है. नौकरी खत्म किया जा रहा है. मीडिया के क्षेत्र, व्यापार में आरक्षण को लागू करना चाहिए. जेएनयू के छात्र नेता परमिंदर अंबर ने बीपी मंडल आयोग पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने बताया कि सत्ता में बैठे लोगों ने मंडल आयोग की बातों का विरोध किया. आज हम सभी को इतिहास को समझना होगा. वर्तमान सरकार पाठ्यक्रमों से विभिन्न महापुरुषों को पढ़ने से वंचित कर रही. महात्मा बुद्ध, महावीर पोरस को हम पहले वर्ग छह से हीं पढ़ते थे, लेकिन आज पाठ्यपुस्तकों से समाप्त किया गया है.

सामाजिक समनता के लिए आरक्षण बहुत जरूरी है : कंचन यादव

जेएनयू छात्र नेत्री कंचन यादव ने कहां कि आज पीछड़ा, अतिपिछड़ा, एससी की शिक्षण संस्थानों में बहुत सी सीटें खाली है. लेकिन सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी में इन पदों पर भर्ती नहीं कर आरक्षण पर कुठाराघात किया जा रहा है. हम अपने अधिकार की लड़ाई को लड़ने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे. वर्तमान सरकार संविधान विरोधी है, जो हमें अपने अधिकार से वंचित रखने की साजिश रच रही है. हिन्दू मुस्लिम करके आपस में लड़ाकर मुख्य मुद्दा से भटका रही है. आपस में लड़ाने का काम किया जा रहा है. संविधान के नियमों की अनदेखी हो रही है. जब तक हम अपने संवैधानिक व मानवाधिकार को नहीं समझेंगे तब तक समानता नहीं आएगी. जातिगत जनगणना की बात भी वक्ताओं ने कहीं. सामाजिक समनता के लिए आरक्षण बहुत जरूरी है. 

सरकार संस्थानों को बेच रही है, संविधान के लिए खतरा : तेजनारायण

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पूर्व सांसद तेजनारायण यादव ने कहां सरकार संस्थानों को बेच रही है, जो संविधान के लिए खतरा है. सेमिनार को पूर्व सांसद तेजनारायण यादव, डुमरांव के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी पप्पू यादव, बीएमपी के संतोष नागवंशी, गोरखनाथ पासवान, गणपति मंडल ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता लालधारी प्रसाद तथा संचालन बीरेन्द्र सिंह पीपी द्वारा किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में अमितेश कुमार रिंकू, अनीता यादव, दीपक यादव, धनजी सिंह, जिला पार्षद केदार यादव, बिहारी यादव, मोहित यादव, मलु अंसारी, राजद नेता लालबाबू यादव, दीनानाथ पासवान, संतोष कुमार, गोरख कुमार, सोनू खान, श्यामू यादव, रामबदन, ददन सिंह, नंदन मुखिया रामजी सिंह, लालसा देवी, उषा देवी, अर्जून कुशवाहा, का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

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