डुमरांव. भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर उस्ताद बिस्मिल्लाह खान संघर्ष समिति के द्वारा मनाया गया. शाहिद कपिल मुनि मार्ग स्थित सभागार में संजय चंद्रवंशी की अध्यक्षता में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के तैल्यचित्र पर पुष्पांजलि किया गया. डुमराव में उस्ताद की जन्मस्थली है, फिर भी प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते उस्ताद की जन्मस्थली आज भी उपेक्षित है. शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने डुमरांव ही नहीं देश का नाम पूरे विश्व में ख्याति दिलाई. कार्यक्रम का संचालन विशोकाचंद ने किया. आज डुमरांव उदास है, उस्ताद के शहनाई के लिए.
समिति की मांग वर्षाे से लंबित है. उस्ताद के पैतृक घर को संग्रहालय बनाया जाए, जिससे लोग उस्ताद एवं उस्ताद के शहनाई के बारे में भली-भांति से परिचित हो सकें. इनके जमीन पर उस्ताद की आदमकद मूर्ति लगाई जाए. सरकार इनके नाम पर आडिटोरियम बनाने के जगह डुमरांव प्रखंड मुख्यालय में चयनित किया गया था, लेकिन आज तक निर्माण नहीं हो सका. कार्यक्रम में ललन सिंह कुशवाहा, बिजली राम, अनुग्रहित राम, नंदजी गांधी, शिक्षक मनीष कुमार शशि, महेंद्र राम, मंगरु खरवार, अर्जुन सिंह, गुलाब चंद्रवंशी, कमरुद्दीन सहित अन्य लोग उपस्थित थे.