डुमरांव. विश्व हिंदू परिषद डुमरांव इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा स्थानीय कार्यालय पर विश्व हिंदू परिषद का स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व विहिप के प्रखंड संयोजक विकास कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन समाज सेवी पिंकू तिवारी जी ने किया। वही सभा में उपस्थित विश्व हिंदू परिषद के प्रांत का सत्संग प्रमुख कन्हैया पाठक ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद एक हिन्दू संगठन है। यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एक अनुषांगिक संगठन है।
विश्व हिन्दू परिषद्, वीएचपी और विहिप के नाम से भी जाना जाता है। विहिप का चिन्ह बरगद का पेड़ है यानी वट वृक्ष है और इसका ध्येय वाक्य, “धर्मो रक्षति रक्षित:” यानी जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है। विश्व हिन्दू परिषद मे मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी की भूमिका महत्वपूर्ण है।
एक मजबूत और आत्मविश्वासी हिंदू संगठन
वहीं उपस्थित विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष डा. सिद्ध नाथ मिश्रा ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद की स्थापना 29 अगस्त 1964 को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ पर्व पर भारत की संत शक्ति के आशीर्वाद के साथ हुई थी। विहिप का उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना, हिंदू धर्म की रक्षा करना, और समाज की सेवा करना है। भारत के लाखों गांवों और कस्बों में विहिप को एक मजबूत, प्रभावी, स्थायी, और लगातार बढ़ते हुवे संगठन के रूप में देखा जा रहा है। दुनिया भर में हिंदू गतिविधियों में वृद्धि के साथ, एक मजबूत और आत्मविश्वासी हिंदू संगठन धीरे-धीरे आकार ले रहा है।
यह रहें उपस्थित
स्वास्थ्य-शिक्षा, आत्म-सशक्तिकरण आदि के क्षेत्रों में 4277 से अधिक सेवा परियोजनाओं के माध्यम से विहिप हिंदू समाज की जड़ों को मजबूत कर रहा है।मौके पर उपस्थित बजरंग दल संयोजक संटू मित्रा, राजू गुप्ता, अजीत कुमार, राजेश तिवारी, हेमंत, सोनू राय, प्रभाकर मिश्रा, लालजी केसरी, विनोद जी, प्रमोद त्रिपाठी गोलू, ऋषि राय, आलोक, शत्रुघ्न प्रसाद इत्यादि कई कार्यकर्ता उपस्थित रहें.