मोतिहारी। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत स्वास्थ्य संबंधी तमाम सेवाओं का डिजिटलाइजेशन किया जा रहा है। इस संबंध में पूर्वी चम्पारण के सीएस डॉ अंजनी कुमार ने पत्र जारी करते हुए कहा है कि इस योजना के तहत आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के वेबसाइट पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों जैसे सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्रों के सभी स्वास्थ्य प्रदाताओं यथा एएनएम, जीएनएम, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सभी मेडिकल ऑफिसर आदि स्वास्थ्य कर्मियों को अपना रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है।
स्वास्थ्य कर्मियों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है
सीएस ने बताया कि योजना में चयनित सभी स्वास्थ्य कर्मियों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा भी पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। सभी स्वास्थ्य संस्थानों के रजिस्ट्रेशन के लिए सिविल सर्जन को नोडल पदाधिकारी तथा जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी को वेरिफायर नामित किया गया है।
स्वास्थ्य कर्मियों को डिजिटल हेल्थ आईडी की सेवा उपलब्ध
डीपीएम अमित अचल एवं अनुश्रवण पदाधिकारी भानु शर्मा ने बताया कि प्रथम चरण में सभी स्वास्थ्य प्रदाताओं का हेल्थ प्रोफाइल रजिस्ट्री डिजिटल कार्ड जारी किया जाना है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला देश स्तर पर 569 और राज्य में रैंकिंग में छठवें स्थान पर है। स्वास्थ्य कर्मियों को डिजिटल हेल्थ आईडी की सेवा उपलब्ध होगी। इसके माध्यम से स्वास्थ्य कार्ड डिजिटली संरक्षित होगा।
यूनिक आईडी से बीमारी की पूरी डिटेल देखा जा सकेगा
अनुश्रवण पदाधिकारी भानु शर्मा ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए डिजिटल हेल्थ कार्ड योजना शुरू की गई है। इसमें लाभुक की सारी मेडिकल हिस्ट्री होगी। इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य संबंधी डेटा डिजिटल हो जाएगा। इससे उपचार कराने के लिए किसी पेपर वर्क, रसीद या किसी दूसरे व्यक्ति पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। सभी महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे डॉक्टरी परामर्श, बीमारी की जांच रिपोर्ट इत्यादि रहेगी। मरीज सरकारी व निजी अस्पताल में अपना हेल्थ कार्ड दिखाएगा तो उसमें दर्ज 14 अंकों की यूनिक आईडी से बीमारी की पूरी डिटेल देख सकेगा। मरीज देश के किसी भी डॉक्टर से घर बैठे परामर्श भी ले सकता है।