शिवहर। जिला मुख्यालय स्थित मंडल कारा में जिला यक्ष्मा केंद्र की ओर से टीबी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जेल के वार्ड इंचार्ज और कैदियों को टीबी से बचाव और सावधानी के बारे में जागरूक किया गया। यक्ष्मा केंद्र के डीपीएस सुधांशु शेखर रौशन ने कहा कि वर्ष 2025 तक देश को पूरी तरह यक्ष्मा से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसे लेकर जिला यक्ष्मा केंद्र द्वारा जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। मंडल कारा में यक्ष्मा केंद्र की ओर से इस तरह के शिविर नियमित रूप से आयोजित किये जाते हैं।
लक्षण महसूस होने पर तुरंत जांच कराएं
इस अवसर पर जेल अधीक्षक डॉ दीपक कुमार ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा जेल के कैदियों के लिए समय-समय पर टीबी एवं एचआईवी से बचाव और उपचार के बारे में जागरूक किया जाता है। उन्होंने कहा कि टीबी खतरनाक बीमारी है। यक्ष्मा हमारे फेफड़ों को सबसे अधिक प्रभावित करता है। खांसी इसकी शुरुआती लक्षणों में से एक है। टीबी का लक्षण महसूस होने पर तुरंत जांच कराएं। चिकित्सक के सलाह के अनुसार, नियमित दवा के सेवन से इस रोग से मुक्ति मिलती है।
जिले में टीबी जांच व इलाज की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध
डीपीएस सुधांशु शेखर रौशन ने कहा कि जिले में टीबी की जांच व इसके इलाज की सुविधा सभी सरकारी चिकित्सा केंद्रों पर निःशुल्क उपलब्ध है। इसलिए रोग संबंधी किसी तरह का लक्षण होने पर तुरंत इसकी जांच कराते हुए इलाज शुरू कराना चाहिए। टीबी मरीजों की पहचान से लेकर निःशुल्क दवा वितरण एवं निक्षय योजना के तहत लोगों को मिलने वाले लाभ को सुनिश्चित किया जा रहा है। दो हफ्ते या इससे ज्यादा समय तक खांसी होने पर तुरंत नजदीक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर लोगों को यक्ष्मा की जांच करानी चाहिए। इस मौके पर मंडल कारा के डॉक्टर उमाशंकर गुप्ता, परिधापक सौरभ कुमार, एसटीएस पवन कुमार ठाकुर आदि उपस्थित थे।