मोतिहारी। जिले में मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत 3 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के हृदय रोग से पीड़ित दर्जनों बच्चों का राज्य सरकार द्वारा मुफ्त इलाज कराया जा चुका है। जिले के आरबीएसके जिला समन्वयक डॉ मनीष कुमार ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पूर्वी चंपारण के जीवधारा निवासी 16 वर्षीय आरती कुमारी को भी नया जीवन मिला है। आरती के हृदय का इलाज अहमदाबाद के सत्यसाई हॉस्पिटल में हुआ। इलाज के बाद आरती पढ़ाई के साथ अपना दैनिक कार्य भी बखूबी कर रही है। आरबीएसके जीवधारा के डॉ मन्नान ने बताया कि आरती कुमारी बचपन से ही हृदय में छेद के रोग से पीड़ित थी। उसे किसी कार्य को करने में कमज़ोरी महसूस होती थी। कई बार दिन में चक्कर आते थे, घबराहट और बेचैनी महसूस होती थी।
उसके माता पिता को उसके हृदय रोग की गम्भीरता के विषय में पूरी तरह आभास नहीं था। आरती के माता-पिता ने सामान्य बीमारी समझ उसका कई जगह इलाज कराया। बाद में जब आरबीएसके टीम ने सरकारी स्कूल में इसका निरीक्षण किया तब उसे हृदय में छेद संबंधी समस्याओं की जानकारी हुई। फिर स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों ने उसके माता से सम्पर्क कर जिला स्तर के चिकित्सकीय टीम द्वारा उसकी स्क्रीनिंग की गई। जिसमें हृदय में छेद की जानकारी मिलने पर उसे उसके माँ के साथ एम्बुलेंस से पटना आईजीआईएमएस रेफर किया गया। वहां पर सारी जांच प्रक्रिया के बाद पुनः पटना से अहमदाबाद भेजा गया।
खुद से दिल्ली में इलाज का किया प्रयास
आरती की माँ शीला देवी और पिता मुन्ना महतो ने बताया कि हमलोगों को आरबीएसके चिकित्सकों एवं राज्य सरकार द्वारा बहुत बड़ी सहायता मिली है। वर्ना हमलोगों से आरती का इलाज नहीं हो पाता। उन्होंने बताया कि हमलोगों ने खुद से दिल्ली एम्स में इलाज का प्रयास किया, परन्तु खर्च सुनकर असफल रहे। इसके बाद आरबीएसके डीसी डॉ मनीष कुमार ने बताया कि बच्ची के इलाज के साथ ऑपरेशन में होने वाले सारे खर्च के अलावा हवाई जहाज के टिकट, अहमदाबाद में खाने से लेकर रहने तक का सारा इंतजाम सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा l यह जानकर बहुत खुशी हुई कि अब मेरी बेटी के दिल में छेद की बीमारी का इलाज सम्भव हो सकेगा।
दिल का इलाज कराकर पूरी तरह से सुरक्षित हूँ
आरती ने बताया कि दिल का इलाज कराकर पूरी तरह से सुरक्षित हूँ। अब मैं अपना सारा गृह कार्य खुद कर लेती हूँ। मैं दसवीं कक्षा में पढ़ती हूँ। अब मुझे कोई परेशानी नहीं होती है। उधर, सीएस डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना सूबे में वरदान साबित हो रही है। इसके तहत 34 तरह की बीमारियों का इलाज नि:शुल्क होता है।