
– 9 लाख 58 हजार बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट वितरण का लक्ष्य
– 87 प्रतिशत तक ओआरएस पैकेट का हुआ है वितरण
मोतिहारी। डायरिया जैसे रोग से बच्चों को बचाने के लिए जिले में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा चलाया जा रहा है, ताकि बच्चों को डायरिया से बचाया जा सके। वही लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है। पूर्वी चम्पारण के डीसीएम नन्दन झा ने बताया कि ओआरएस पैकेट व जिंक की गोलियां बच्चों को दस्त, डायरिया जैसे रोगों से बचाव का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने बताया कि 15 जुलाई को दस्त नियंत्रण पखवाड़े की शुरूआत हुई थी जो अभी तक जिले में चल रही है। 9 लाख 58 हजार 722 बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें 87 प्रतिशत तक ओआरएस पैकेट का वितरण हो चुका है। उन्होंने बताया कि जिले के बच्चों में सामान्य डायरिया के ही लक्षण देखने को मिले हैं।
आरबीएसके टीम द्वारा ली जाती है बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी-
डीसीएम नन्दन झा ने बताया कि पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी द्वारा दवाओँ के वितरण व्यवस्था की जानकारी ली जाती है। वहीं आरबीएसके टीम द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य का समय- समय पर मुआयना किया जाता है।
पांच वर्ष तक के बच्चों को किया गया है लक्षित-
डीपीएम अमित अचल ने बताया कि दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के दौरान जिले के सभी पांच वर्ष तक के बच्चों को लक्षित किया गया है। अभियान के तहत स्वास्थ्य केन्द्रों, अतिसंवेदनशील क्षेत्रों, शहरी झुग्गी-झोपड़ी, निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के परिवार, ईंट-भट्ठे के निर्माण वाले क्षेत्र, अनाथालय और ऐसे चिह्नित क्षेत्र जहां दो तीन वर्ष पूर्व तक दस्त के मामले अधिक पाये गये हों, छोटे गांव व टोले जहां साफ सफाई और पानी की आपूर्ति एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी हो, ऐसी जगहों को प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में रखा गया है।