मोतिहारी। मातृ पोषण स्तर बढ़ाने के उद्देश्य से सोमवार को जिले के पिपरा कोठी, ढाका, बनकटवा, मोतिहारी, मेहसी के कई आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म आयोजित की गई। मेहसी प्रखंड अंतर्गत केन्द्र संख्या 07 ग्राम पंचायत राज हरपुर नाग एवं केंद्र संख्या 32 ग्राम पंचायत राज नगर पंचायत में पुराने पीपल वृक्ष के छत्र-छाया में गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन सेविका- सहायिका, महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा आयोजित किया गया।
गर्भवती महिलाओं गोदभराई
आईसीडीएस के डीपीओ शशिकांत पासवान ने बताया कि सरकार बेहतर पोषण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को संचालित करती है। इसके तहत सात तारीख को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं प्रत्येक माह की सात तारीख को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोद भराई कराई जाती है। गोदभराई दिवस मनाने को लेकर विभाग का उद्देश्य महिलाओं में पोषण को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। सीडीपीओ तेजकुमारी ने बताया कि जिन महिलाओं में खून की कमी हो, उन गर्भवती महिलाओं को बच्चे को जन्म देने से पहले आयरन की 180 गोलियां लेनी चाहिए। गोदभराई उत्सव के दौरान लाभार्थियों को पोषण से संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
उपहार स्वरूप पोषण की थाली भी भेंट
महिलाओं को उपहार स्वरूप पोषण की थाली भी भेंट की गयी। जिसमें सतरंगी व अनेक प्रकार के पौष्टिक भोज्य पदार्थ शामिल थे। गर्भवती महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर और टीका लगाकर गोदभराई रस्म पूरी की गई। वहीं, सभी महिलाओं को अच्छे सेहत के लिए पोषण की आवश्यकता व महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए उचित पोषण की बेहद जरूरी
आईसीडीएस के डीपीओ शशिकांत पासवान ने बताया कि गोदभराई रस्म में गर्भस्थ शिशु व माता के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बताया गया कि गर्भवती महिला पौष्टिक आहार का सेवन करें। सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए उचित पोषण बेहद जरूरी है।
स्तनपान का बताया गया महत्व
आईसीडीएस की डीसी अमृता श्रीवास्तव ने बताया कि गोदभराई की रस्म के दौरान बताया जाता है कि शिशु के जन्म के एक घंटे के भीतर मां का गाढ़ा-पीला दूध बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। माँ का दूध बच्चे को कई गंभीर रोगों से सुरक्षित रखता है।