
– जिले के तीन बच्चों हरिओम कुमार, काजल कुमारी और अर्शी ख़ातून को ऑपेरशन के लिए भेजा गया अहमदाबाद
सीतामढ़ी। बाल हृदय योजना उन गरीब मां-बाप के लिए वरदान साबित हो रही है, जो पैसों के अभाव में अपने बच्चों के दिल का इलाज नहीं करा पाते थे। इस योजना से जिले के उन बच्चों को जीवनदान मिलने जा रहा है जो, दिल की बीमारी से ग्रसित हैं। योजना के तहत जिले के तीन बच्चों की तकलीफें दूर होने वाली हैं। हरिओम कुमार, काजल कुमारी और अर्शी ख़ातून को आपरेशन के लिए भेजा गया है अहमदाबाद। मंगलवार को तीनों बच्चों को डीसीसी विनय कुमार ने हरी झंडी दिखाकर एंबुलेंस से पटना हवाई अड्डा भेजा। पटना हवाई अड्डा से फ्लाइट के जरिये अहमदाबाद भेजा जाएगा, जहां श्री सत्य साईं हॉस्पिटल में हृदय का ऑपरेशन होगा। इस अवसर पर डीडीसी विनय कुमार ने कहा कि बाल हृदय योजना से तीन गरीब परिवारों की जिन्दगी बदलने वाली है। उनके घर में खुशियां लौटने वाली है। एम्बुलेंस में बैठते समय गरीब माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू और बच्चे के सुनहरे भविष्य की उम्मीद दिख रही थी। मौके पर सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. एके झा, डीसीएम समरेंद्र नारायण वर्मा, डॉ. मुकेश कुमार, प्रतीक यादव आदि उपस्थित थे।
बच्चों को मिल जाएगी नई जिंदगी-
हरिओम के पिता शम्भू राय ने कहा कि उनके पास इतना पैसा नहीं था कि वह बेटे का इलाज व ऑपेरशन का खर्च बड़े अस्पतालों में उठा सकें। आर्थिक तंगी की वजह से बेटे के हृदय में छेद की बीमारी के इलाज को लेकर काफी चिंतित थे। लेकिन बाल हृदय योजना से मुफ्त में इलाज होने की जानकारी मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अब हरिओम इलाज के लिए अहमदाबाद जा रहा है। इस बात से शम्भू काफी खुश हैं कि हरिओम अपने घर आंगन में उछल कूद सकेगा। काजल के पिता हरेराम और अर्शी ख़ातून के पिता मो. तस्लीम भी काफी खुश दिखे। उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मुफ्त उपचार होने से बच्चों को नई जिंदगी मिल जाएगी।
आरबीएसके की टीमें जिलेभर में चला रही अभियान-
राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम (आरबीएसके) के जिला कोर्डिनेटर डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि जन्मजात बीमारियों से ग्रसित बच्चों को बीमारियों से उबाभारने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीमें जिलेभर में लगातार प्रयासरत है। आरबीएसके की टीम जिले भर में अभियान चलाकर ऐसे बच्चों को चयनित करती है। इसी के तहत इन बच्चों का इलाज अहमदाबाद में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में दर्जनों बच्चों का योजना के तहत दिल का इलाज करवाकर उसे स्वस्थ जीवन जीने का हक दिया गया। 28 मार्च को पटना में की गई स्क्रीनिंग में इन बच्चों का चयन ऑपरेशन के लिए किया गया था। उन्होंने बताया कि आरबीएसके की पूरी टीम लगातार काम कर रही है। 17 ब्लॉक में 22 टीम काम कर रही है।