
सांझा प्रयास नेटवर्क के अंतर्गत स्वयंसेवी संस्थाओं का किया गया क्षमतावर्धन
– पटना में स्वयंसेवी संस्थाओं के क्षमतावर्धन को कार्यशाला का आयोजन
– बिहार के 10 जिलों से आए लगभग 40 स्वयंसेवी संस्थानों के प्रतिनिधि हुए शामिल
पटना | आई पास डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा संचालित सांझा प्रयास नेटवर्क के अंतर्गत बिहार के 10 जिलों से आए लगभग 40 स्वयंसेवी संस्थानों का पटना के एक होटल में क्षमता वर्धन हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में आई पास डेवलपमेंट फाउंडेशन, दिल्ली से आई डा छाया तिवारी ने संशोधित चिकित्सीय गर्भसमापन अधिनियम के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि विशेष श्रेणी की महिलाओं के लिए 24 सप्ताह तक के गर्भ को शर्तों के अनुसार समापन कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पर्याप्त भ्रूण विकृति के मामलों में गर्भावस्था के दौरान किसी भी समय गर्भ समापन को मान्य किया गया है। किसी भी महिला या उसके साथी के द्वारा प्रयोग किए गए गर्भनिरोधन के तरीके की विफलता की स्थिति में अविवाहित महिलाओं को भी गर्भ समापन सेवाएं दी जा सकेंगी। उन्होंने बताया कि 20 सप्ताह तक एमटीपी के लिए एक आरएमपी और 20 से 24 सप्ताह के लिए दो आर एम पी की राय चाहिए। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि गोपनीयता को कड़ाई से बनाए रखा जाना आवश्यक है। इसके अलावा बिहार वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन से आए स्वपन मजूमदार ने सांझा प्रयास नेटवर्क की उपलब्धियों को बताया तथा नेटवर्क की आवश्यकता क्यों ? इस पर भी काफी गंभीरता पूर्वक चर्चा की। उन्होंने पिछले 4 वर्षो में मुख्य उपलब्धियों को भी बताया। तत्पश्चात डा देवेंद्र त्रिपाठी के द्वारा कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को एडवोकेसी स्ट्रेटजी के ऊपर उन्मुखीकरण किया गया। उन्होंने इसके विभिन्न पहलुओं को विस्तार पूर्वक बताया। कार्यशाला में बिहार के पटना, सारण, वैशाली, मधुबनी, सीतामढ़ी, किशनगंज, बांका, मुंगेर, नवादा एवम रोहतास से प्रतिभागी शामिल हुए।