
- अस्थायी साधनों का उपयोग सरल एवं कारगर
- प्रदान की जाएंगी महिला एवं पुरूष बंध्याकरण सेवाएं
सहरसा, 13 जुलाई। विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में जिले में 11 से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसमें जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए योग्य दम्पतियों को परिवार नियोजन के विभिन्न आयामों से अवगत कराते हुए अस्थायी साधनों के उपयोग के लिए प्रेरित करते हुए वितरित किया जाएगा। वहीं परिवार नियोजन के स्थायी उपायों को अपनाने पर जोर देते हुए परिवार नियोजन के स्थायी उपायों संबंधी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। आने वाले समय में सभी प्रकार के संसाधनों पर बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणामों से बचने के लिए आवश्यक है कि जनसंख्या स्थिरीकरण के विभिन्न पहलुओं पर गौर किया जाय। जिले में चलाये जा रहे परिवार नियोजन पखवाड़ा का उद्देश्य मातृ मृत्यु एवं प्रजनन दर में कमी लाना है।
अस्थायी साधनों का करें उपयोग-
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक राहुल किशोर ने बताया परिवार नियोजन के दो प्रमुख साधन अस्थायी और स्थायी हैं। अस्थायी साधनों के अंतर्गत कई प्रकार सुविधाएं सरकार द्वारा मुफ्त में उपलब्ध करायी जाती हैं। परिवार नियोजन में अस्थाई साधन सुलभ उपयोगी एवं अत्यंत कारगर है। गर्भ निरोधक गोलियाँ, सुई , कंडोम, कॉपर टी, आईसीयूडी आदि जैसे अस्थाई साधन का उपयोग लोगों को करना चाहिए। इससे किसी तरह की कोई हानि नहीं होती है। साथ ही परिवार नियोजन में भी सहायक होता है। उन्होंने बताया जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यक्रम का आयोजन करते हुए परिवार नियोजन के अस्थाई साधन की समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसलिए, जो लाभार्थी अस्थाई साधन को अपनाना चाहते हैं, वे अस्थाई साधन के रूप में गर्भ निरोधक गोलियाँ, सुई , कंडोम, कॉपर टी, आईसीयूडी सहित अन्य सुविधाओं को अपना सकते हैं। इस दौरान संस्थान में आये योग्य दम्पतियों की कांउसिलिंग करते हुए उन्हें इसका लाभ प्रदान किया जाएगा।
प्रदान की जाएंगी महिला एवं पुरुष बंध्याकरण सेवाएं-
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक ने बताया जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के तहत लोगों में परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जा रहा है । परिवार नियोजन में अस्थायी साधनों के उपयोग के बारे में विस्तारपूर्वक बताया जा रहा । महिला या पुरुष बंध्याकरण के लिए योग्य दम्पतियों को इसका लाभ दिया जाएगा। जिले के सभी एपीएचसी, सीएचसी, पीएचसी एवं सदर अस्पताल में योग्य एवं निपुण चिकित्सकों द्वारा यह सेवा प्रदान की जाएगी।