
– 11 से 31 जुलाई तक जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मनाया जाएगा जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा
सीतामढ़ी। “परिवार नियोजन का अपनाओ उपाय, लिखो तरक्की का नया अध्याय”-इस बार विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) की यही थीम है। इस खास दिवस के अवसर पर जनसंख्या स्थिरीकरण को बढ़ावा देने के लिए 11 से 31 जुलाई तक जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें योग्य और इच्छुक लाभार्थियों को महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के दौरान जिला के सभी सीएचसी, पीएचसी और सदर अस्पताल में परिवार कल्याण ऑपरेशन किया जाना है। इसके लिए प्रत्येक संस्थान को 100 महिला बंध्याकरण एवं 10 पुरुष नशबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन के अस्थाई साधन की समुचित सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इसलिए जो लाभार्थी अस्थाई साधन को अपनाना चाहते हैं, वे अस्थाई साधन के रूप में कॉपर-टी, छाया, अंतरा, कंडोम समेत अन्य सुविधाओं को अपना सकते हैं।
सामुदाय स्तर पर लोगों को किया जा रहा जागरूक
प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा की सफलता के लिए पूरे जिले में सारथी रथ के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर सामुदाय स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। माइकिंग और हैंडबिल आदि के माध्यम से भी लोगों को परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों, सिविल सोसायटी और परिवार कल्याण कार्यक्रम के लिए अधिकृत एजेंसी (एनजीओ) के साथ संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
परिवार नियोजन के लिए व्यवहार परिवर्तन जरूरी
डॉ. सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि परिवार नियोजन को लेकर व्यवहार परिवर्तन की जरूरत है। पुरुष नसबंदी सरल, सुरक्षित और महिला नसबंदी से बेहद आसान है, इसलिए योग्य और इच्छुक लाभार्थी आगे आकर इस विधि का चुनाव करें तथा इसका लाभ उठायें। “छोटा परिवार, सुखी परिवार” के लिए इच्छुक महिलाएं भी निशुल्क बंध्याकरण कराएं। उन्होंने बताया कि जिले में परिवार नियोजन के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है। परिवार नियोजन संबंधी अस्थायी उपायों के प्रति लोगों की दिलचस्पी भी तेजी से बढ़ रही है।