
– 7 से 20 जुलाई तक चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम
– अभियान को लेकर मीडिया कार्यशाला आयोजित, अभियान की सफलता में मीडिया की भूमिका पर हुई चर्चा
सासाराम | सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग द्वारा मंगलवार को सदर अस्पताल स्थित पारामेडिकल कॉलेज में फाइलेरिया नियंत्रण के लिए संचालित किये जाने वाले सर्व जन दवा सेवन कार्यक्रम को लेकर मीडिया कार्यशाला आयोजित की गयी. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चलाए जाने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की सूक्ष्म कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गयी. कार्यक्रम में जिला सिविल सर्जन डॉ. के.एन तिवारी, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. अरुण कुमार, केयर के डीटीएल दिलीप मिश्रा एवं पीसीआई के जिला समन्वयक विकास चौहान सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.
कार्यशाला को संबोंधित करते हुए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह फ़ाइलेरिया प्रभारी डा. के.एन.तिवारी ने कहा कि फाइलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में 7 से 20 जुलाई तक सर्व जन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा. इसके लिए जिले में 31 लाख, 80 हजार 296 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. उन्होंने बताया कि 2 साल से अधिक सभी लोगों को फाइलेरिया की दोनों दवा खिलाई जाएगी. 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से पीड़ित लोगों को यह दवा नहीं खिलाई जाएगी. उन्होंने बताया कि अभियान को सफल बनाने हेतु आशा एवं आँगनबाड़ी घर-घर जाकर लक्षित समुदाय को फाइलेरिया की दवा खिलाएगी. साथ ही, आशा एवं आंगनबाड़ी यह सुनश्चित करेंगी कि उनके सामने ही लोग दवा का सेवन करें.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर रोग है जिसे फाइलेरिया की दवा सेवन से ही बचा जा सकता है. कभी-कभी फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बाद भी इसके लक्षण सामने आने में वर्षों लग जाते हैं. इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है. उन्होंने बताया कि आम लोग खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें. कभी-कभी खाली पेट दवा खाने से भी कुछ समस्याएं होती हैं. आम लोगों में फाइलेरिया की दवा सेवन के साइड इफ़ेक्ट के बारे में कुछ भ्रांतियाँ हैं जिसे दूर करने की सख्त जरूरत है. फाइलेरिया की दवा सेवन से जी मतलाना, हल्का सिर दर्द एवं हल्का बुखार हो सकता है, जो शरीर में मौजूद फाइलेरिया के परजीवी के मरने के ही कारण होता है. इसलिए दवा सेवन से किसी भी प्रकार का साइड इफ़ेक्ट मरीज के हित में ही है. दवा खाने से किसी भी प्रकार के साइड इफ़ेक्ट होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क किया जा सकता है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उन्होंने मीडिया से अपील भी की.
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इस अभियान में डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियाँ लोगों की दी जाएगी.2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी. अल्बेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है.
अभियान को सफ़ल बनाने एवं जीविका एवं शिक्षा विभाग के साथ पीसीआई की अहम भूमिका होगी. जिले के सभी स्कूलों में अभियान को लेकर प्रभात फेरी के साथ प्रार्थना सभा में इसके विषय में बच्चों को जागरूक किया जायेगा. जिले में गठित सहायता समूहों में जीविका कार्यकर्ता इस अभियान के विषय में महिलाओं को जागरूक करेंगी. साथ ही यह सुनश्चित कराएंगी कि अभियान में दवा का सेवन शत-प्रतिशत हो.