सीतामढ़ी। चमकी से अति प्रभावित पंचायतों में जागरूकता अब बाधा नहीं बनेगी। इसके लिए जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने 138 चमकी से अति प्रभावित पंचायतों को 138 पदाधिकारियों को सौंपा है। यह पदाधिकारी इन पंचायतों में प्रत्येक बुधवार को जाकर यहां संध्या चौपाल का आयोजन करेगें। वहीं माह में दो बार रात्रि विश्राम कर प्रात: काल में प्रभात फेरी के माध्यम से महादलित टोलों में जागरूकता भी फैलाएगें।
प्रभात फेरी और जागरूकता के इस कार्य में स्थानीय आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका ,जीविका दीदियों, विकास मित्र तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि भी पदाधिकारियों का सहयोग करेंगे। संबंधित पंचायत के गांव में गृह भ्रमण कर ग्रामीणों को आवश्यक जानकारी प्रदान करना एवं पंचायत स्तरीय कर्मियों के क्षमतावर्धन हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
पंचायत भ्रमण के क्रम में प्रत्येक पदाधिकारियों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महादलित टोला के प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं सामुदायिक भवनों पर दीवार लेखन ,हैंडविल, पंपलेट वितरण का अनुश्रवण करने के साथ-साथ सभी प्रतिनियुक्ति अधिकारी अपने- अपने गांव में गृह भ्रमण कर एईएस/चमकी बुखार के संबंध में सघन जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे। साथ ही सभी स्कूलों में बच्चों के बीच चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम का भी अनुश्रवण किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने आदेश दिया कि सभी प्रतिनियुक्त अधिकारी स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से मिलकर एईएस चमकी बुखार के संबंध में जानकारी प्रदान करेंगे। इसके साथ ही सभी प्रखंडों के प्रभारी पदाधिकारियों को पेरे प्रखंड क्षेत्र में एईएस से संबंधित जागरूकता एवं संस्थागत चिकित्सा सुविधाओं से संबंधित कार्यों का भी अनुश्रवण करेंगे। जिला कंट्रोल रूम, प्रखंड स्तरीय कंट्रोल रूम के दूरभाष संख्या एवं उस क्षेत्र के संबंधित सरकारी एवं गैर सरकारी एंबुलेंस सेवा की सूची का संधारण एवं प्रचार प्रसार पर ध्यान दिया जाए।
डीएम ने सदर स्थित एईएस वार्ड का लिया जायजा
जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने सदर स्थित चमकी वार्ड का निरीक्षण किया । निरीक्षण के क्रम में सभी दवाईयाँ एवं उपकरण व्यवस्थित पाए गए । फिलहाल कोई भी मरीज चमकी बुखार का भर्ती नहीं था परन्तु किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए हर स्तर पर तैयारी को मुकम्मल देख जिला पदाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त की । साथ ही जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि चमकी पर नियंत्रण के मद्देनजर विभिन्न विभाग आपसी समन्वय एवं पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
उन्होंने स्पष्ट कहा एईएस/ चमकी बुखार को लेकर किसी भी तरह कोताही और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एईएस वार्ड में बच्चों के अनुरूप प्रसाधन तथा एक कोने में खेलने की व्यवस्था के साथ साथ आइसोलेशन केबिन भी बनाया गया है ताकि आवश्यकतानुसार संक्रमित रोगी को अन्य बच्चों से अलग रखा जा सके। इसके अतिरिक्त सभी सीएचसी मे 2 बेड का एईएस वार्ड बनाया गया है। सभी तरह की दवाइयां एवं आवश्यक उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। मौके पर पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन, जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक और सदर अस्पताल के अधीक्षक व स्वास्थ्य प्रबंधक मौजूद थे।