हिंदी उपन्यास सम्राट प्रेमचंद्र की पुण्यतिथि पर प्रेमचंद्र श्रद्धांजलि सह विचारगोष्ठी कार्यक्रम का हुआ आयोजन
पूर्णियां। धर्मपुर साहित्यिक एवं सांस्कृतिक परिषद् धमदाहा कार्यालय पर मंगलवार की संध्याकालीन हिंदी उपन्यास सम्राट प्रेमचंद्र की पुण्यतिथि पर प्रेमचंद्र श्रद्धांजलि सह विचारगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर किया। आयोजन अध्यक्ष बिपीन कुमार भारती एवं सदस्य राघवेंद्र कुमार राय के मार्गदर्शन में हुआ।
संस्थापक सह कवि मनोज राय ने कथा सम्राट प्रेमचंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए उनका धन्यवाद ज्ञापन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कथा सम्राट प्रेमचंद्र ने गरीबी से जूझते हुए भी अपनी बुलंद लेखनी से ग्राम्य परिवेश एवं देश की समस्याओं को सार्वजनिक किया। इसके साथ ही सामाजिक कुरीतियों पर जोरदार लेखनी चलाई।
आगे कहा कि उन्होंने अपने प्रारंभिक साहित्य सृजन काल में खुद को मजदूर की संज्ञा दी है। वहीं अध्यक्ष बिपीन कुमार भारती एवं कवयित्री जुली कुमारी दोनों ने अपने-अपने शब्दों में कथा सम्राट प्रेमचंद्र के महिमा मंडन पर प्रकाश डाला। मौके पर संपर्क प्रतिनिधि दिलीप कुमार, सलाहकार पंकज राय, सदस्य ललितेश कुमार, जनार्दन मेहता, सुरेश मेहता, अभिषेक कुमार राय, प्रणव, अर्णव आनंद, श्यामसुंदर साह, सियाराम मंडल एवं अन्य श्रोतागण उपस्थित थे।