हरित शिक्षक सम्मान 2024-25 से सम्मानित हुईं आज़मगढ़ की शिक्षिका डॉक्टर अर्चना सिंह

आजमगढ़। तुर्क चारा ब्लाक महाराजगंज स्थित कंपोजिट विद्यालय की शिक्षिका डॉक्टर अर्चना सिंह को इको फ्रेंड बर्ड एंड नेचर संस्था द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए 2024-25 के “हरित शिक्षक सम्मान” से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, जागरूकता फैलाने और विद्यालय स्तर पर पर्यावरणीय गतिविधियों को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए प्रदान किया गया।
इस सम्मान समारोह में उत्तर प्रदेश भर से कुल 125 चयनित शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। समारोह में शामिल शिक्षकों से उनके विद्यालयों में संचालित पर्यावरणीय गतिविधियों की प्रस्तुति के लिए पीपीटी आमंत्रित की गई थी। इस प्रक्रिया में केवल 27 शिक्षकों ने ही समयबद्ध रूप से अपनी प्रेजेंटेशन संस्था को भेजी थी। संस्था द्वारा गठित चयन समिति ने उन प्रस्तुतियों में से 7 सर्वश्रेष्ठ पीपीटी का चयन किया, जिनमें डॉक्टर अर्चना सिंह की प्रस्तुति को भी चुना गया।
डॉ. अर्चना सिंह को समारोह में मंच पर अपने विद्यालय की पर्यावरणीय गतिविधियों को प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने विद्यालय में किए गए वृक्षारोपण, वेस्ट मैनेजमेंट, वर्षा जल संचयन, पर्यावरणीय जागरूकता रैलियाँ, विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए पोस्टर व मॉडल्स तथा जैविक उद्यान से संबंधित गतिविधियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उनके कार्यों को न केवल चयन समिति ने बल्कि उपस्थित सभी शिक्षकों और अतिथियों ने भी सराहा।
डॉ. अर्चना ने अपने वक्तव्य में कहा कि “पर्यावरण संरक्षण केवल एक प्रयास नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी है। विद्यालय स्तर से बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता विकसित करना सबसे प्रभावशाली तरीका है जिससे हम सतत विकास की दिशा में सार्थक कदम उठा सकते हैं।”
इको फ्रेंड बर्ड एंड नेचर संस्था द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह समारोह शिक्षकों को पर्यावरण के प्रति उनके कार्यों के लिए प्रेरित करने और एक मंच प्रदान करने का कार्य करता है। इस सम्मान से न केवल डॉक्टर अर्चना सिंह की सराहना हुई, बल्कि यह क्षेत्र के अन्य शिक्षकों और छात्रों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बना है।
डॉ. सिंह की इस उपलब्धि पर विद्यालय के प्रधानाचार्य, सहकर्मी शिक्षक, विद्यार्थी और अभिभावकों ने हर्ष व्यक्त किया और उन्हें शुभकामनाएँ दीं। यह सम्मान निस्संदेह रूप से न केवल उनके लिए, बल्कि आज़मगढ़ जनपद के लिए भी गर्व का विषय है।