स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढीकरण के अलावा मरीजों को उपलब्ध सेवाओं की निगरानी व निरीक्षण की प्रक्रिया होगी आसान
जिले के ग्रामीण इलाकों की आशा कार्यकर्ताओं को बनाया जाएगा स्मार्ट : रुचि झा
बिहार राज्य स्वास्थ्य प्रणाली डिजिटलीकरण (भव्या) से संबंधित आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शिविर आयोजित
विभिन्न चरणों में जिले की 71 आशा फैसिलिटेटर को आशा एप्प को लेकर किया गया प्रशिक्षित
डुमरांव. मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना (एमडीएचवाई) के अंतर्गत बिहार राज्य स्वास्थ्य प्रणाली डिजिटलीकरण (भव्या) को लेकर आशा कार्यकर्ताओं (आशा फैसिलिटेटर सहित) के लिए विकसित किए गए एम आशा एप्प से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 24 जून से 29 जून 2024 तक जिले की सभी 71 आशा फैसिलेटरों को एम आशा एप का उपयोग कैसे करना चाहिए. इसके संबंध में अनुमंडल अस्पताल के सभागार में प्रशिक्षक रजनीश मेहता और बबलू कुमार द्वारा आशा फैसिलिटेटर व बीसीएम को प्रशिक्षित गया.
ट्रेनिंग मैनेजर दुर्गा सिंह और अभिषेक तिवारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली जन्म-मृत्यु, प्रसव, फाइलेरिया, मलेरिया, एईएस, बुखार, डायरिया सहित कई अन्य प्रकार की बीमारियों के अलावा अन्य गतिविधियों को इस डिजिटल एप से जोड़ा जा रहा है. ताकि ग्रामीण इलाकों में किसी भी तरह के कार्यों को समय सीमा के अंदर पूरा करने में आशा कार्यकर्ताओ को किसी प्रकार से कोई दिक्कत नही हो.
क्योंकि सभी आशा कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है कि एम आशा एप के माध्यम से आशा पोर्टल पर अपलोड करेगी. इसके बाद आशा कार्यकर्ता खुद स्मार्ट बन जाएगी और किसी भी पंजी को संधारण करने के लिए लिखने-पढने का झंझट नहीं रहेगा. प्रशिक्षण हेड रुचि झा ने संयुक्त रूप से बताया कि स्वास्थ्य विभाग के डिजिटल मिशन को घर-घर तक पहुंचाने के लिए आशा कार्यकर्ताओ को स्मार्ट बनाने का काम शुरू कर दिया गया है.
इसके तहत 24 से लेकर 29 जून तक जिले के विभिन्न अस्पतालों में प्रशिक्षकों द्वारा आशा फैसिलेटटर को एम आशा एप के उपयोग करने के तौर तरीके से संबंधित जानकारी दी गई है. जिले की आशा कार्यकर्ता अब फोन के मध्यम से एम आशा एप द्वारा ग्रामीणों को होने वाली बीमारियों सहित अन्य प्रकार की असुविधाओ को सीधे पोर्टल पर अपलोड कर देगी.
क्योंकि भव्या एप के माध्यम से मरीजों को उपलब्ध तमाम तरह की सेवाएं पेपर लेस करने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है. इससे स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढीकरण के साथ-साथ मरीजों को उपलब्ध सेवाओं की निगरानी व निरीक्षण की प्रक्रिया आसान होगी. टेनिग भव्या जिला समन्वयक प्रेम प्रताप के देखरेख में संचालित हो रहा है.
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आशा फैसिलिटेटर अपने यहां आशा कर्मियों को प्रशिक्षित करेगी. प्रशिक्षण में नवानगर आठ, ब्रहमपुर नव, चौगाई दो आशा फैसिलेटेटर, बीसीएम मो. तस्लीम, विकाश कुमार, गौतम कुमार, बीएम एंड ई रवि दुबे, प्रखंड ट्रेनर वेद प्रकाश मिश्रा, जितेंद्र पांडेय रोहित ओझा थे.