
बक्सर। अंशुल अग्रवाल, जिला पदाधिकारी बक्सर की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत विभिन्न अवयवों में कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक की गई।
जिले में IPD एडमिशन की समीक्षा के क्रम में सदर अस्पताल, बक्सर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौगाई के IPD एडमिशन में आंकड़ों में विसंगति पाई गई। सिविल सर्जन, बक्सर को IPD एडमिशन के आंकड़ो को स्वयं जाँच करने का निदेश दिया गया।
माह अप्रैल 2025 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौगाई, नावानगर, केसठ एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बक्सर का accident एवं आपातकालीन observation शून्य पाया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरी में यह आंकड़ा 06 है। इस संबंध में सभी संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त करने का निदेश दिया गया।
समीक्षा के क्रम में vitals प्राप्ति में सदर अस्पताल, बक्सर में गिरावट पाई गई, जिस पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा खेद व्यक्त किया गया।
चिकित्सकों के ओ०पी०डी० में किये जा रहे कार्यो की समीक्षा की गई। वैसे चिकित्सक जिनका औसत प्रथम ओ०पी०डी० 11:00 बजे या उसके पश्चात है, उनसे स्पष्टीकरण प्राप्त करने का निदेश दिया गया। स्वास्थ्य संस्थानों के माह अप्रैल 2025 के औसत भ्रमण समय एवं औसत प्रतीक्षा समय अत्यधिक पाया गया, जिसे समीक्षा कर औसत भ्रमण समय को 15 मिनट तथा औसत प्रतीक्षा समय 10 मिनट पर लाने का निदेश दिया गया।
भाव्या स्वास्थ्य उप केंद्र के अधिकांश ऑकड़े शून्य पाये गये। जिला स्तर पर भ्रमण के दौरान भी स्वास्थ्य उप केंद्र की स्थिति अंसतोषजनक पाई जाती है। इस पर जिलाधिकारी द्वारा खेद व्यक्त किया गया।
एम० आशा एप के माध्यम से माह अप्रैल 2025 में आभा क्रिएशन की स्थिति भी अत्यंत खेदजनक पाई गई। संस्थागत प्रसव के आंकड़ो में भी सदर अस्पताल, बक्सर तथा अनुमंडलीय अस्पताल डुमरांव की उपलब्धि अत्यंत खेदजनक पाई गई। प्राईवेट संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराया गया प्रसव का आंकड़ा संदेहास्पद पाया गया।
SNCU में माह मार्च 2025 में मृत्यु दर 6.6 प्रतिशत पाया गया, जो खेदजनक है।
बंध्याकरण में जिले की उपलब्धि बहुत कम है। भाव्या पोर्टल के राज्य स्तरीय रैकिंग में बक्सर जिले को 35 वॉ स्थान प्राप्त हुआ। सर्टिफिकेशन कार्य में भी जिले में कोई उल्लेखनीय प्रगति नही पाई गई।
जिला स्तरीय स्वास्थ्य विभाग के लगभग सभी अवयवों में जिले की उपलब्धि खेदजनक पाई गई। ऐसा प्रतीत होता है कि सिविल सर्जन, बक्सर द्वारा महत्त्वपूर्ण अवयवों की नियमित रूप से समीक्षा नही की जाती है, जिसके कारण आंकड़ो में लगातार गिरावट होती रही है।
इस संबंध में सिविल सर्जन, बक्सर को स्पष्टीकरण समर्पित करने का निदेश दिया गया। साथ ही निदेशित किया गया कि महत्त्वपूर्ण अवयवों की नियमित रूप से समीक्षा करते हुए प्रगति लायें तथा दोषी कर्मियों, चिकित्सकों तथा पदाधिकारियों पर कठोर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।
गुणवत्तायकीन सलाहकार द्वारा बताया गया कि प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक राजपुर द्वारा NQAS Assessment की टीम को सहयोग नहीं किया गया एवं उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया। जिसके कारण हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर जलहरा तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर का सर्टिफिकेशन कार्य प्रभावित हुआ। इस संबंध में प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक राजपुर का वेतन स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण समर्पित करने का निदेश दिया गया।
सिविल सर्जन बक्सर के द्वारा लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
दिनांक 09.04.2025 को अनुमंडल अस्पताल डुमरांव में डॉ गिरीश कुमार सिंह उपाधीक्षक, डॉ० वीरेंद्र राम, डॉक्टर शिवकुमार चौधरी, डॉक्टर जुबेर अनवर एवं डॉक्टर लोकेश कुमार के अनुपस्थित रहने के कारण सभी के उक्त तिथि का वेतन को अवरुद्ध किया गया है।
दिनांक 07.05.2025 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर में श्रीमती शशि कुमारी एएनएम एवं श्रीमती ग्रेस किंडो एएनएम के अनुपस्थित रहने के कारण उक्त तिथि का वेतन अवरुद्ध किया गया है।
दिनांक 13.05.2025 को सदर अस्पताल बक्सर में अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित ज्योत्सना कुमारी जी एन एम एवं उपेंद्र कुमार के उक्त तिथि का वेतन अवरुद्ध किया गया है।
सदर अस्पताल बक्सर में श्रीमती आभा श्रीवास्तव मेट्रन द्वारा नियमित रूप से वार्डो का अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण नहीं करने के कारण अगले आदेश तक वेतन स्थगित किया गया है।
उक्त बैठक में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बक्सर जिला एवं अन्य उपस्थित थे।