
लोगों को दिया स्वास्थ्य और अनुशासन का संदेश
सीतामढ़ी (रून्नीसैदपुर)। “योग केवल व्यायाम नहीं, यह जीवन जीने की कला है। स्वस्थ शरीर और शांत मन के लिए योग अत्यंत आवश्यक है।” यह कहना है मध्य विद्यालय गंगवारा, रून्नीसैदपुर की शिक्षिका अंजू कुमारी का, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों को योग के महत्व के प्रति संदेश दिया। उन्होंने योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि नियमित योग से न केवल बीमारियों से बचाव होता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्राप्त होता है।
अंजू कुमारी ने कहा कि आज के यांत्रिक और तनावपूर्ण जीवन में लोग स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो गए हैं। अनियमित दिनचर्या, खानपान की गड़बड़ी, नींद की कमी और शारीरिक गतिविधियों में गिरावट से जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ बढ़ रही हैं। ऐसे समय में योग ही एकमात्र उपाय है जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करता है।
अंजू कुमारी ने बच्चों, अभिभावकों और ग्रामवासियों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कहा कि योग के वैज्ञानिक पहलुओं को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने ताड़ासन, वज्रासन, भुजंगासन, अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि योगासनों का अभ्यास कराया और उनके लाभों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि योग से न केवल शरीर में लचीलापन आता है, बल्कि यह आत्मविश्वास, स्मरण शक्ति और एकाग्रता में भी वृद्धि करता है।
अंजू कुमारी ने विशेष रूप से बच्चों को मोबाइल और टीवी के अत्यधिक उपयोग से बचने और हर दिन योग को समय देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि योग भारत की अमूल्य धरोहर है और इसे अपनाकर हम न केवल स्वयं को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि समाज को भी एक सकारात्मक दिशा दे सकते हैं।