
बक्सर। जिले के वर्ग 1 से 12 के विद्यार्थियों के बीच संचालित सुरक्षित शनिवार गतिविधि को सक्रिय रूप गतिविधि को गति प्रदान करने के लिए शिक्षा विभाग बक्सर तत्पर दिख रहा है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा शारिक अशरफ के कार्यालय से फोकल शिक्षक और बाल प्रेरक की सूची प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में प्रधानाध्यापक को जमा करने का निर्देश दिया गया है।
डीपीओ ने विभाग के आदेश पालन के निर्देश दी। शिक्षा सूत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला बक्सर के विद्यालयों में सुरक्षित शनिवार गतिविधि बहुत से विद्यालयों में अच्छी स्थिति में कराई जा रही है। सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र और नगर क्षेत्र के कुछ विद्यालय इस गतिविधि को करने में सुस्त गति में दिख रहे हैं, शिक्षा विभाग बक्सर इन पर विशेष नजर रखे हुए हैं। शिक्षा विभाग सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला बक्सर की गतिविधियों की ई शिक्षा कोष पर सही तरीके से रिपोर्टिंग की समस्या दिख रही है।
फोकल शिक्षक अपने सहयोग में विद्यालय के कंप्यूटर शिक्षक को लेकर रिपोर्टिंग कर सकते हैं। किंतु विभाग की इतनी स्वतंत्रता के बावजूद जिला बक्सर रिपोर्टिंग में सुस्त गति से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम जो प्रत्येक शनिवार को कराई जाती है इसके अंतर्गत आपदा एवं आपदा प्रबंधन, समावेशी आपदा जोखिम न्यूनीकरण, प्राकृतिक आपदा, मानव जनित आपदा, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, पेयजल स्वच्छता पोषण, डायरिया की जानकारी, निमोनिया मस्तिष्क ज्वर ,मानव और प्रकृति जनित आपदा, बाल अधिकार, बाल विवाह, बाल शोषण, बच्चों से छेड़छाड़, सूचना एवं शैक्षिक संचार सामग्री इत्यादि पर मॉक ड्रिल का फ्रेमवर्क शुक्रवार को बोल प्रेरक और फोकल शिक्षक मिलकर तैयार करते हैं।
शनिवार को इसकी प्रस्तुति बहुत से विद्यालय में हो रही है, कुछ विद्यालयों की स्थिति उत्तम नहीं है। नोडल शिक्षक डॉक्टर मनीष कुमार शशि से बातचीत में पता चला कि जिला बक्सर गतिविधियों में उत्तम है, किंतु रिपोर्टिंग धीमी गति से चल रही है। विभाग के संभाग प्रभारी डॉक्टर तेज बहादुर सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देश का पालन करना फोकल शिक्षक और प्रधानाध्यापक का दायित्व है।