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सासाराम : 27 लोगों में डेंगू होने की हुई पुष्टि, इलाज बाद सभी हुए स्वस्थ्य

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सासाराम/ 11 नवंबर। अगस्त- सितम्बर महीने में जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी होते ही डेंगू ने पाँव पसारना शुरू कर दिया। वहीं जिला स्वास्थ्य समिति और लोगों द्वारा बरती गई सावधानी ने डेंगू बीमारी के प्रसार को रोकने में अहम भूमिका निभाई। राज्य में डेंगू के बढ़ते मरीज को देखते हुए राज्य स्वास्थ्य समिति ने पहले ही सभी जिलों को दिशा निर्देश दे दिया था। जिस पर अमल करते हुए रोहतास जिला स्वास्थ्य समिति ने सावधानियां बरतनी शुरू कर दी और इससे बचाव के लिए विशेष कदम उठाए गए। इससे बचने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए लोगों को भी जागरूक किया जाने लगा। वहीं राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू जांच की रफ्तार बढ़ा दी गई है । साथ ही साथ सासाराम, बिक्रमगंज एवं डिहरी अनुमंडलीय अस्पताल में स्पेशल डेंगू वार्ड भी बनाया गया है। हालांकि पिछले 15 दिनों में डेंगू के मामलों में काफी कमी आई है। इधर लोगों में बीमारियों के प्रति आई जागरूकता की वजह से भी डेंगू का असर कम देखने को मिला।

सासाराम के कंपनी सराय निवासी मेडिकल स्टोर संचालक राजेन्द्र जायसवाल ने कहा कि कोरोना काल ने लोगों की जीवन शैली में काफी बदलाव लाया है। लोग अब खुद सावधानी बरते रहे हैं और सावधानी के साथ साथ साफ सफाई भी जरूरी। उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति के साथ साथ नगर निगम लोगों को डेंगू से बचाने के लिए कार्य कर ही रही है, ऐसे में हमारा भी कर्तव्य होता है कि घरों के साथ साथ अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें।

सरकारी बैंक में कार्यरत कुलदीप कुमार ने कहा कि हम लोग अपने घरों की गंदगी जहां तहां फेक देते जिससे गई बीमारियां फैलने का खतरा रहता है। उन्होंने कहा कि घर की गंदगी को सड़क पर जहां तहां नहीं फेंकनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि साफ सफाई को लेकर नगर निगम को भी थोड़ा मजबूत होना होगा ।

जिले में मिलें अब तक 27 डेंगू के कन्फर्म मरीज

जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार 7 नवंबर तक 27 लोगों में डेंगू होने की पुष्टि हुई है। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी जेपी गौतम ने बताया कि एनएस 1 एवं आईजीएम कीट में डेंगू पॉजिटिव पाए जाने पर उस व्यक्ति को सस्पेक्टेड की श्रेणी में रखा गया है। वैसे लोगों का सैम्पल एलिसा जांच के लिए गया भेजा जा रहा है क्यों कि एलिसा जांच में डेंगू पॉजिटिव आने पर उसे डेंगू पीड़ित माना जा रहा है। श्री गौतम ने बताया कि जिले के सरकारी अस्पतालों में 250 के आसपास डेंगू जांच किया गया जिमसें 45 लोग डेंगू से सस्पेक्टेड पाए गए थे जिनका एलिसा जांच के लिए सैम्पल गया भेजा गया था जिसे 27 लोगों में डेंगू होने की पुष्टि हुई थी। उन्होंने बताया कि पिछले 4 दिनों में 2 से 3 डेंगू के संदिग्ध मामले आये है जिनका सैम्पल जांच के लिए गया भेज दिया गया है।

इजाल के बाद सभी हुए स्वस्थ

जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में हुए जांच के दौरान कुल 27 लोगों में डेंगू होने की पुष्टि हुई है। सभी डेंगू मरीज को मिले बेहतर इलाज की वजह से स्वास्थ्य हो चुके है। वर्तमान में एक भी मरीज सदर अस्पताल में इलाजरत नही है। वही सदर अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार डेंगू की वजह से कोई मृत्यु नही हुई और ना ही आपातकालीन जैसी स्थिति उत्पन्न हुई।

डेंगू का लक्षण दिखने पर करवाएं जांच

रोहतास सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए जिला स्वास्थ समिति लगातार कार्य कर रही है। सभी सरकारी अस्पतालों में जॉच कीट उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि तेज़ बुखार, ठंढ लगना, शरीर मे तेज़ दर्द, जोड़ों में दर्द आंख में दर्द, थकान, वोमेटिंग जैसा मन आदि लक्षण दिखे तो डेंगू जांच जरूर करवाएं। साथ ही रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें।

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