बक्सरबिहार

सावन की हरियाली में सजी रंगारंग महफिल : महिला शिक्षिका मंच ने मनाया सावन मिलन समारोह

बक्सर के सीटी पैलेस में हुआ भव्य आयोजन, महिलाओं ने साझा किए अनुभव और भावनाएं

बक्सर। महिला शिक्षिका मंच बक्सर के द्वारा सावन के पावन अवसर पर सीटी पैलेस बक्सर में सावन मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन में जिले भर से बड़ी संख्या में महिला शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों में कार्यरत महिलाओं तथा गृहिणियों की भी उत्साही भागीदारी देखने को मिली।

सावन में सजी सौंदर्य और सांस्कृतिक छटा

सावन मिलन समारोह की शुरुआत हरियाली और भक्ति के संगम के साथ हुई। सावन के पारंपरिक परिधान में सजी महिलाओं ने जहां वातावरण को संगीतमय और उल्लासपूर्ण बना दिया, वहीं भगवान भोलेनाथ की पूजा और उनके भजनों पर प्रस्तुति ने माहौल को भक्तिमय कर दिया। महिलाएं हिंदी और भोजपुरी भक्ति गीतों पर झूमती रहीं और तालियों की गूंज से पूरा हाल गूंज उठा।

सामाजिक सरोकारों से जुड़ा संदेश

कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने कहा कि ऐसे आयोजन आत्मबल और मानसिक ऊर्जा देने वाले होते हैं। घर और कार्यस्थल की जिम्मेदारियों के बीच महिलाएं अक्सर अपने लिए समय नहीं निकाल पातीं। सावन मिलन समारोह के माध्यम से उन्हें न सिर्फ एक-दूसरे से मिलने-जुलने का अवसर मिलता है, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव भी मजबूत होता है।

कार्यक्रम की आयोजक मंडली की सदस्याओं अनीता यादव, सावित्री सिंह, उर्मिला कुमारी, मधु, निशा, अंजू, शम्मा और पम्मी आदि ने बताया कि यह आयोजन महिलाओं की मांग पर प्रतिवर्ष किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह रहता है, और अब प्रयास है कि साल में कम से कम दो बार इस प्रकार के आयोजन हों।

मुख्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति

इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में भूतपूर्व प्राचार्य हींगमणी देवी, समाजसेविका नीलम सिंह, उप चेयरपर्सन बक्सर नगर परिषद सहित कई प्रतिष्ठित महिलाएं उपस्थित रहीं। अतिथियों ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्यों से महिलाओं को आत्मनिर्भर और खुशहाल जीवन जीने की प्रेरणा दी।

ऐसे आयोजनों की जरूरत पर जोर

समारोह में उपस्थित अनेक महिलाओं ने कहा कि जिले में महिलाओं के लिए ऐसे रचनात्मक और सांस्कृतिक आयोजनों की बेहद कमी है। इन आयोजनों के जरिए महिलाओं को एक मंच मिलता है जहां वे अपने अनुभव साझा करती हैं, प्रतिभा प्रदर्शित करती हैं और मानसिक रूप से तरोताजा होती हैं।

कार्यक्रम अंत तक एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में जीवंत रहा, जिसमें सबके चेहरे पर मुस्कान और दिल में सुकून था। सावन की फुहारों में इस मिलन समारोह ने महिलाओं को न केवल आनंदित किया बल्कि एक नई ऊर्जा से भर दिया।

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