
बदायूं/सोनपुर। सारण जिले के सोनपुर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बबुरबानी की शिक्षिका श्रीमती सारिका कुमारी को उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में आयोजित संतपाल सिंह राठौड़ राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनकी नवाचारी शिक्षण पद्धतियों और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए प्रदान किया गया, जिससे उन्होंने न केवल विद्यालय का मान बढ़ाया बल्कि पूरे बिहार का गौरव भी बढ़ाया।
यह सम्मान समारोह प्रभा शंकर मेमोरियल स्काउट भवन, बदायूं के भव्य सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें देश के 28 राज्यों से चयनित 190 शिक्षकों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। समारोह में अधिवक्ता हरिप्रताप सिंह राठौड़, शिक्षाविद आचार्य प्रताप सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. उमा सिंह गौर, समाजसेवी रघुपाल सिंह, सांस्कृतिक क्षेत्र की हस्ती पल्लवी शर्मा, और मधु प्रिया चौहान सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
सम्मान स्वरूप शिक्षिका सारिका कुमारी को प्रशस्ति पत्र, सम्मान प्रमाण पत्र, तथा पारंपरिक साफा पहनाकर सार्वजनिक मंच से सम्मानित किया गया। उपस्थित अतिथियों ने शिक्षकों की भूमिका को समाज निर्माण की आधारशिला बताया और कहा कि ऐसे प्रेरणादायक शिक्षक ही नई पीढ़ी को रचनात्मक दिशा देते हैं।
सम्मान प्राप्त करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में शिक्षिका सारिका कुमारी ने हर्ष जताते हुए कहा, “यह सम्मान मेरे लिए नहीं, बल्कि उन बच्चों के लिए है, जो हर परिस्थिति में सीखने की ललक रखते हैं। शिक्षा और शिक्षण मेरी पहचान है और मैंने इसे केवल पेशा नहीं, एक कर्तव्य के रूप में अपनाया है।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य शिक्षा को सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित न रखकर जीवनोपयोगी बनाना है।
विद्यालय परिवार, सहकर्मी शिक्षकगण, अभिभावकों और स्थानीय समाज में इस सम्मान को लेकर हर्ष और गर्व का माहौल है। शिक्षिका की इस उपलब्धि को सोनपुर प्रखंड ही नहीं, पूरे सारण जिले में प्रेरणा के रूप में देखा जा रहा है।
श्रीमती सारिका कुमारी की यह सफलता यह दर्शाती है कि समर्पण, नवाचार और सेवा भावना से कोई भी शिक्षक देश और समाज में बदलाव ला सकता है। यह सम्मान निश्चित रूप से आने वाली शिक्षिकाओं के लिए एक आदर्श और प्रेरणास्त्रोत साबित होगा।