सही कहा गया है, बच्चों की जीत में एक शिक्षक की परिश्रम छुपी होती है : ज्योति कुमारी
पुर्णिया। बाल दिवस पर अपने विद्यालय के बच्चों को पहली बार अपने अथक प्रयासों से विद्यालय के बाहर ले जाकर “किलकारी बाल भवन पूर्णिया” में प्रतियोगिता में भाग दिलाने में सफल रही। छोटे बच्चे प्रायः अपने विद्यालय तक ही अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर पाते हैं, परंतु वे भी अन्यत्र अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए उत्सुक रहते हैं। ऐसे में जब उन्हें विद्यालय से बाहर निकलने का मौका मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
वे विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किए और सफल भी रहे। उन्हें भी पुरस्कृत होने का मौका मिला। इस तरह के आयोजनों में पार्टिसिपेट करने से उनमें उत्साह के साथ-साथ आत्मविश्वास और मनोबल में भी वृद्धि होती है। “बाल दिवस” पर किलकारी बिहार बाल भवन पूर्णिया” में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एडीएम पूर्णिया एवं क्षेत्रीय उपनिदेशक (आरडीडी) शिक्षा विभाग पूर्णिया प्रमंडल उपस्थित रहें।