शिक्षिका सुमन सौरभ ने वृक्षारोपण कर बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति किया जागरूक

विद्यालय परिसर से मुहल्लों तक फैला हरियाली का संदेश
समस्तीपुर (विभूतिपुर)। जगतारिणी उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खम्हार में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल करते हुए विद्यालय की शिक्षिका सुमन सौरभ ने छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर स्कूल परिसर में आम, अमरूद, जामुन, सहजन, बरगद, आंवला, नीबू, कटहल, किन्नू, अगस्त्य और कदम जैसे छायादार व औषधीय पौधों का रोपण किया गया।
श्रीमती सौरभ का उद्देश्य न केवल विद्यालय को हराभरा व सुंदर बनाना है, बल्कि बच्चों को प्रकृति के करीब लाना और पर्यावरण के महत्व के प्रति जागरूक करना भी है। यही नहीं, उन्होंने स्कूल से बाहर निकलकर आसपास के मोहल्लों में भी पौधे लगवाए हैं, जिससे स्थानीय लोगों में भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति रुचि और जिम्मेदारी बढ़ी है।
वन्यजीव व पक्षी संरक्षण की दिशा में भी अग्रणी प्रयास
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उनके प्रयास केवल वृक्षारोपण तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने वन्यजीव संरक्षण के अंतर्गत डाल्फिन सफारी भ्रमण के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम संचालित किया है। इसके अतिरिक्त पक्षी संरक्षण कार्यशालाओं में नियमित रूप से प्रतिभाग करती रही हैं।
पिछले 10 वर्षों से लगातार वे ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों फलदार, छायादार व औषधीय पौधों का निःशुल्क वितरण एवं रोपण करवा रही हैं। उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले तक जिन इलाकों में हरियाली दुर्लभ थी, आज वहाँ हरित आवरण विकसित हो चुका है, जो किसी छोटे जंगल जैसा प्रतीत होता है।
सामाजिक व शैक्षिक क्षेत्र में भी उत्कृष्ट योगदान
सुमन सौरभ को उनके अद्वितीय सामाजिक, शैक्षिक एवं पर्यावरणीय योगदान हेतु विभिन्न संस्थाओं द्वारा समय-समय पर सम्मानित किया गया है। उन्होंने अपने विद्यालय में ‘कबाड़ से जुगाड़’ के माध्यम से अनेक शिक्षण अधिगम सामग्री (TLM) तैयार किए हैं, जिससे बच्चों की रचनात्मकता और विषयों की समझ में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
उनका संदेश :
“अगर हमें आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित और सुंदर धरती देनी है, तो हमें आज ही अपनी आदतों और नीतियों में बदलाव लाना होगा।”
“हर लगाए गए पेड़ के साथ एक आशा जन्म लेती है। पर्यावरण की रक्षा केवल सरकार की नहीं, हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
शिक्षिका सुमन सौरभ का कार्य न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह समाज के प्रत्येक व्यक्ति को यह संदेश देता है कि अगर नीयत नेक हो और प्रयास सतत, तो हर कोना हराभरा और सुरक्षित बनाया जा सकता है।


