शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के आधार हैं सेक्टर पदाधिकारी : उप निर्वाचन पदाधिकारी
सारण (छपरा)। सेक्टर ऑफिसर का कार्य निर्वाचन प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका दायित्व सबसे पहले शुरु होकर अंत तक रहता है। उक्त बातें उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने राजपूत स्कूल में आयोजित सेक्टर अधिकारियों के प्रशिक्षण में कहीं।
उन्होंने कहा कि सेक्टर के रूप में नियुक्त होते ही आप सीधे चुनाव आयोग के अधीन हो जाते हैं। उनका कार्य चार माह पूर्व शुरू होकर चुनाव के दिन उनके सेक्टर के अन्तर्गत सभी मतदान केन्द्रों की मतदान सामग्री एवं समस्त प्रपत्र जमा होने तक रहती है। उनके जिम्मे ही लॉ ऐंड ऑर्डर का संधारण भी रहता है।
आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि अबतक मतदान केन्द्र तक पहुंच मार्ग, मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन, एएमएफ, भेद्यता मानचित्रण और आवश्यक कार्रवाइयों के साथ मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट से संबंधित कार्य पूरे कर लिए होंगे। अब आपको इवीएम के परिचालन को ठीक ढंग से समझ लेना चाहिए। बूथ पर मॉक पोल से लेकर, सीलिंग, वास्तविक पोल, विभिन्न घोषणा आदि आपकी निगरानी में होने हैं।
आपके पास ही रिज़र्व इवीएम होगा। आवश्यकता पड़ने पर मशीन को बदलना और तत्काल उसकी रिपोर्टिंग करना आपकी जवाबदेही है। साथ ही आपके द्वारा सी और डी श्रेणी का इवीएम वापस वेयर हाऊस में जमा कराया जाना है। आपको मतदान प्रबंधन प्रक्रिया और ईवीएम कार्यप्रणाली, उसके त्रुटि का निराकरण को बारीकी से समझते हुए उसमें दक्षता हासिल होनी चाहिए। स्वतंत्र निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए आप प्रथम आधार हैं।
कुल 12 कमरों में संचालित प्रशिक्षण में घूम घूम कर अवर निर्वाचन पदाधिकारी एखलाक अंसारी ने मह्त्वपूर्ण बिंदुओं से अवगत कराया। इस दौरान मास्टर ट्रेनरों ने सेक्टर पदाधिकारियों के कार्य एवं उत्तरदायित्वों को विस्तारपूर्वक बताया।
मौके पर डीपीओ माध्यमिक शिक्षा संजय कुमार, मास्टर ट्रेनर रामाधार प्रसाद, शुभ नारायण ओझा, विनय प्रताप सिंह, विनय कुमार तिवारी, रमेश चंद्र, विजयेंद्र कुमार विजय, मणिकांत तिवारी, राजीव चौधरी, सुशील कुमार, अजित कुमार सिंह अल्का सहाय, नागेंद्र कुमार मिश्र आदि उपस्थित थे।