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व्यवहार न्यायालय, बक्सर स्थित विधिक सेवा सदन में वर्ल्ड गर्ल चाइल्ड डे पर कला, नृत्य, शिक्षा, खेलकूद, चित्रकला, निबंध लेखन आदि प्रतियोगिता आयोजित

बक्सर : बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देश के आलोक में स्थानीय व्यवहार न्यायालय, बक्सर स्थित विधिक सेवा सदन में वर्ल्ड गर्ल चाइल्ड डे पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बक्सर द्वारा जिले के बच्चियों के सम्मान में उनके कार्यक्षेत्र कला, नृत्य, शिक्षा, खेलकूद, चित्रकला, निबंध लेखन, आदि प्रतियोगिता में जिले में अव्वल आने वाले व जिले का नाम रौशन करने वाले बच्चियों को प्रशस्ति पत्र देकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह- अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बक्सर आनंद नंदन सिंह द्वारा सम्मानित किया गया.

मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा दिन है जब हम दुनिया भर में लड़कियों की अविश्वसनीय क्षमता, ताकत और प्रतिभा का सम्मान करने के लिए एक साथ मंच पर आते हैं. लड़कियाँ सिर्फ हमारे समाज का हिस्सा नहीं हैं. वे इस समाज के दिल के दर्शन हैं. उनमें असीमित क्षमता है और यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि इस क्षमता को खत्म कर दिया जाए या इसे फलने-फूलने दिया जाए.

यह स्वीकार करना निराशाजनक है कि 21वीं सदी में भी कई लड़कियों को भेदभाव, हिंसा और असहजता का सामना करना पड़ता है. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हम इस दिन उन लकड़ियों को तोड़ें और एक ऐसी दुनिया के लिए प्रयास करें जहां हर लड़की को समान अवसर मिले ।शिक्षा लड़कियों को बोस्टन बनाने की कुंजी है. शिक्षा के माध्यम से वे गरीबी, अज्ञानता और पूर्वाग्रह से मुक्त हो सकते हैं. शिक्षा के माध्यम से ही वे स्वप्न देख सकते हैं, विनाश कर सकते हैं और महानता प्राप्त कर सकते हैं.

छात्रों के रूप में, हमें लड़कियों के जीवन में शिक्षा के महत्व को पहचानना चाहिए और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए नामांकन करना चाहिए. हमें यह भी याद रखना चाहिए कि लड़कियाँ न केवल परिवर्तन के वाहक हैं, बल्कि परिवर्तन के वाहक भी हैं. उनके पास अपने समुदाय और दुनिया को बड़े पैमाने पर विभाजित करने की शक्ति है. हमें उन्हें नेता, नवप्रवर्तक और सामाजिक न्याय का चैंपियन बनने के लिए मजबूत बनाना चाहिए. हम उन रूढ़ियों और पूर्वाग्रहों को चुनौती दें जो उन्हें पीछे खींचते हैं. हम उन नीतियों और पहलों की वकालत करें जो लैंगिक समानता को बढ़ावा दें और लड़कियों के अधिकार की रक्षा करें.

लक्ष्यों को पटरी पर लाने के लिए सतत विकास का लक्ष्य प्रोत्साहन का प्रस्ताव अब जोर पकड़ रहा है और हमें लड़कियों के नेतृत्व में निवेश करना चाहिए. इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का विषय लड़कियों को उनकी महत्वाकांक्षाओं को प्राप्त करने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में सहायता करना है.

जब महिलाएं और लड़कियां नेतृत्व करती हैं, तो वे अपना नजरिया बदल सकती हैं, बदलाव ला सकती हैं और अपनी जरूरतों को पूरा करने वाली नीतियों और समाधानों को आगे बढ़ा सकती हैं. हम एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए हाथ मिलाएं जहां हर लड़की बड़े सपने देख सके, ऊंचे लक्ष्य रख सके और अपनी पूरी क्षमता हासिल कर सके. साथ मिलकर, हम इस दुनिया को आज की लड़कियों और आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर जगह बना सकते हैं.

मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी -सह- प्रभारी सचिव, जिला प्राधिकार, बक्सर देवराज ने कहा की सतत विकास लक्ष्य प्रोत्साहन के उद्देश्य को विफल करने के लिए मेरा प्रस्ताव जोर पकड़ रहा है और हमें लड़कियों के नेतृत्व में निवेश करना चाहिए. इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय नामांकन दिवस का विषय लड़कियों को उनके शेयरों को प्राप्त करना और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में सहायता करना. जब महिलाएं नेतृत्व करती हैं, तो उनकी नजरिया बदल सकती है। हम समाज में अहम बदलाव ला सकते हैं.

मौके पर बक्सर जिले के राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभावान बालिका खिलाड़ियों में राष्ट्रीय जूनियर वुशु प्रतियोगिता में तृतीय स्थान पाने वाली प्रियांशु, पूजा, माया, वूशु प्रतियोगिता में ही सहभागिता पदक पाने वाली लक्ष्मी कुमारी, सीनियर राष्ट्रीय वूशु प्रतियोगिता में सहभागिता पदक पाने वाली निभा कुमारी, राज्य स्तरीय विद्यालय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले सृष्टि राज, द्वितीय स्थान पाने वाली कीर्ति कुमारी, ओपन राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में सहभागिता पदक प्राप्त करने वाली अदिति सिंह, समीक्षा कुमारी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.

बिहार राज्य शिक्षा परियोजना परिषद, कला उत्सव 2023 में जिला स्तर पर चयनित प्रतिभागियों में ज्योति, चांदनी रोशन, कुसुम, जूही, नैना, पलक, पूजा, प्रिया, नंदिनी, सोनाली, सुप्रिया, शैली मौर्य, रुचि, काजल, दीपिका, सलोनी, सलोनी पांडे, रिचा कुमारी आदि ने निबंध लेखन प्रतियोगिता में अपने-अपने विद्यालयों में प्रथम स्थान पाया है. जूनियर प्रतिभागियों में अल्मा किड्स स्कूल के विद्यार्थी जिन्होंने चित्रकला, नृत्य एवं संगीत में प्रथम स्थान पाया उनमें दिशा, आराध्या पंडित, तेजस्विनी, शिवांगी वर्मा, शंभवी सिंह, उन्नति, समृद्धि, शानवी श्रीवास्तव, गौरी उपाध्याय आदि को भी इस मौके पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कर उनके कार्य को प्रोत्साहित किया गया.

मौके पर प्रधान न्यायाधीश, आशुतोष कुमार झा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, दीपक भटनागर, मनोज कुमार द्वितीय, विवेक राय, मनकामेश्वर प्रसाद चौबे, प्रभाकर दत्त मिश्रा, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी नेहा त्रिपाठी, शुभम त्रिपाठी, गौरव कुमार सिंह, प्रतीक मिश्रा आदि कार्यक्रम में उपस्थित न्यायधीश ने भी उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कर उनके कार्य को प्रोत्साहित किया. मौके पर कार्यालय कर्मी सुमित कुमार, सुधीर कुमार, संजीव कुमार, सुनील, मनोज रवानी आदि उपस्थित रहें.

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