
डुमरांव (बक्सर)। शनिवार को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर अनुमंडल कार्यालय स्थित एसडीपीओ कार्यालय कक्ष में एक गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) अफाक अख्तर अंसारी ने क्षेत्र के पत्रकारों को पेन और डायरी भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने सभी पत्रकारों को 31वें विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और उनके कार्यों की सराहना की।
एसडीपीओ अंसारी ने कहा कि पत्रकार समाज का आईना होते हैं, जो बिना किसी भेदभाव के सच को उजागर करते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और इसकी मजबूती से ही समाज में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व बना रहता है। उन्होंने बताया कि विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की शुरुआत 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी, जो यूनेस्को जनरल कांफ्रेंस की सिफारिशों के आधार पर की गई थी। यह दिन विंडहोक घोषणा की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जिसमें स्वतंत्र प्रेस के सिद्धांतों को मजबूती प्रदान करने की बात कही गई थी।
उन्होंने कहा कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य है आम जन तक सूचनाओं की स्वतंत्र पहुंच सुनिश्चित करना और यह सुनिश्चित करना कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का आदर करती है। उन्होंने कहा कि प्रेस को लोकतंत्र का प्रहरी कहा जाता है और इसकी स्वतंत्रता पर किसी प्रकार की बंदिश लोकतांत्रिक व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है।
कार्यक्रम में क्षेत्र के कई पत्रकार मौजूद रहे, जिनमें अजय सिंह, अरुण विक्रांत, अमरनाथ केसरी, रंजीत पांडेय, अशोक कुमार, अनीश पाठक, सुंदरलाल, आलोक सिन्हा, रामराज, जय मंगल पांडेय, अमित ओझा, सर्वेश पांडेय, उमेश राय, सुजीत ओझा, रजनीकांत सहित अन्य पत्रकार प्रमुख रूप से शामिल थे। सभी पत्रकारों ने एसडीपीओ द्वारा सम्मानित किए जाने पर धन्यवाद ज्ञापित किया और इसे अपने कार्य के प्रति एक सकारात्मक प्रेरणा बताया।
कार्यक्रम सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ और अंत में एसडीपीओ ने सभी पत्रकारों से निष्पक्ष और जिम्मेदार पत्रकारिता की अपील की। उन्होंने आशा जताई कि पत्रकारिता समाज के लिए एक सशक्त माध्यम के रूप में अपनी भूमिका निभाती रहेगी।